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अहमदाबाद

एशियाई शेरों की मौत : केन्द्रीय टीम भी जांच को पहुंची

-8 दिनों में 11 एशियाई शेरों की मौत का मामला

अहमदाबादSep 22, 2018 / 11:27 pm

Uday Kumar Patel

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एशियाई शेरों की मौत : केन्द्रीय टीम भी जांच को पहुंची

अहमदाबाद. गिर अभ्यारण्य इलाके में गत 8 दिनों के भीतर 11 एशियाई शेरों की अचानक मौत से सकते में आई राज्य सरकार ने जहां जांच के आदेश दिए हैं वहीं केन्द्र की ओर से भी टीम शनिवार को पहुंच गई है। केन्द्र सरकार ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है।
राज्य सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश देते ही वन विभाग के उच्च अधिकारी को जांच के लिए भेज दिया था। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) वन्य जीव व गुजरात के मुख्य वन्य जीव वॉर्डन अक्षय कुमार सक्सेना इस घटना के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहीं केन्द्रीय वन व पर्यावरण विभाग की टीम भी घटना का जायजा लेने पहुंची है। टीम ने संबंधित घटना स्थल का मुआयना किया जहां शेरों के शव मिले हैं। साथ ही स्थानीय टीम के साथ चर्चा की।
राज्य सरकार के वन विभाग ने यह दावा किया है कि इन शेरों की मौत आपसी दुश्मनी को लेकर हुई है। 11 मेंं से 6 शावकों तथा 2 शेरों सहित 8 शेरों की मौत का प्राथमिक कारण शेरों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई (इनफाइट) बताई जा रही है वहीं 3 अन्य घटनाओं में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। इस तरह प्रथम दृष्टया क्षेत्राधिकार के लिए वर्चस्व की लड़ाई के प्राकृतिक कारण से शेरों की यह मौत बताई जाती है।
गत 12 से 19 सितम्बर के दौरान गिर अभ्यारण्य के जूनागढ़ के पूर्वी वन विभाग-धारी के तहत दलखाणिया रेंज में 9 व जशाधार रेंज में 2 सहित 11 शेरों की मौत हुई।

शेरों की मौत के प्राकृतिक कारणों में वृद्धावस्था, बीमारी, घायल, कमजोरी, शेरनी का शावकों का त्याग या मार देना, एक दूसरे के साथ वर्चस्व की लड़ाई तथा इलाके में कब्जा जमाने के बाद दूसरे इलाके के शेर का पुराने इलाके के शेर को मारना शामिल है।

गुजरात में हर पांच वर्षों में एक बार शेरों की गणना होती है। अंतिम बार वर्ष 2015 में शेरों की गणना की गई थी। इसके तहत 523 शेर थे। इनमें 109 नर शेर, 201 मादा शेर, 73 पुख्त व 140 शावक शामिल हंैं।
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