सरकार हिंसा को लेकर चिंतित शबंगू ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में हर दिन महिलाओं व बच्चों के साथ हिंसक घटनाओं में वृद्धि हो रही है, “हम इस विपत्ति से खुद को हारने की अनुमति नहीं दे सकते हैं।”इस के लिए सरकार अब कड़े कदम उठाने पर विचार कर रही है। शबंगू ने कहा कि महिलाओं और बच्चों में बढ़ रहे अपराधों को रोकने के लिए हमने सोचना होगा और तत्काल प्रभाव से इसपर अंकुश लगाने की जरूरत है।
स्कूलों में बढ़ी घटनाएं उन्होंने कहा कि इस साल की सबसे खराब व चौंकाने वाली घटनाएं स्कूलों में हुई हैं जो बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान माना जाता है। लेकिन सबसे ज्यादा ये घटनाएं वहीं घटी है। ये चिंता का विषय है। दक्षिण अफ्रीका उन देशों में शामिल है जहां महिलाओं व बच्चों के प्रति हिसंक घटनाओं की दर सबसे अधिक है। साउथ अफ्रीकन मेडिकल रिसर्च के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में हर आठ घंटे में एक महिला की उसके करीबी शख्स द्वारा हत्या कर दी जाती है।
हिंसा रोकने के लिए आगे आए लोग दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने महिलाओं और बच्चों के प्रति हिंसा को एकजुट होकर रोकने और पुलिस की प्रथम प्राथमिकता बताया है। शबंगू ने कहा कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका ने इस प्रकार के मामलों का त्वरित निपटान करने वाले विशेष यौन अपराध न्यायालयों को एक बार फिर से स्थापित किए हैं।