चेन्नई/वेलूर. आयकर विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार और रेत कारोबारी शेखर रेड्डी के वेलूर स्थित मकान में छापेमारी कर उनकी कार से 24 करोड़ रुपए मूल्य के 2000 के नोट जब्त किए। ये नोट 12 बक्सों में थे और हर बक्से में दो-दो करोड़ रुपए की राशि थी। आयकर विभाग की ओर से छापेमारी का यह तीसरा दिन है। आयकर विभाग ने वेलूर में 24 करोड़ रुपए की जब्ती की पुष्टि की है।
127 किलो सोना
उल्लेखनीय है कि चेन्नई और वेलूर सहित शेखर रेड्डी और उसके दो अन्य सहयोगियों श्रीनिवास रेड्डी और प्रेम रेड्डी के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान अब तक 127 किलो सोने के साथ ही 16 6 करोड़ रुपए की कालाधन जब्त की गई है। नोटबंदी के बाद कालाधन बरामद करने का सबसे बड़ा मामला है। 2000 के नोटों की भी यह सबसे बड़ी जब्ती है।
ज्ञातव्य है कि गुरुवार को इनके छह मकानों व दो कार्र्यालयों सहित 8 ठिकानों पर छापे पड़े थे। शेखर रेड्डी पीडब्ल्यूडी विभाग में कॉन्ट्रैक्टर है। वह तिरुपति तिरुमला देवस्थानम बोर्ड का सदस्य भी था जिसे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने हटा दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय कर रही पूछताछ : अरबों की लेनदेन की वजह से आयकर विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को इस जब्ती के बारे में सूचित किया है। ईडी के अधिकारी शेखर रेड्डी से पूछताछ कर रहे हंै। साथ ही ईडी उन बैंक अकाउंट को भी खंगाल रही है जिनमें इन लोगों ने बड़ी रकम जमा कराई है। शेखर को एआईएडीएमके के कई मंत्रियों व नेताओं का करीबी माना जा रहा है। मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के साथ तिरुपति में मुंडन वाली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है।