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आज प्रदोष पर इन मुहूर्त में करें कोई भी काम, जरूर सफलता मिलेगी

Published: Oct 03, 2017 09:31:20 am

शतभिषा ‘चर व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र रात्रि ९.५२ तक, तदुपरान्त पूर्वाभाद्रपद ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र है

aaj ki kundli

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त्रयोदशी जया संज्ञक तिथि अंतरात्रि २.५० तक, इसके बाद चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रारम्भ हो जाएगी। त्रयोदशी तिथि में जनेऊ को छोडक़र, समस्त शुभ व मांगलिक कार्य, यात्रा, प्रवेश, वस्त्रालंकार तथा अन्य उत्सवादि कार्य शुभ कहे गए हैं। चतुर्दशी तिथि में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित हैं।
नक्षत्र: शतभिषा ‘चर व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र रात्रि ९.५२ तक, तदुपरान्त पूर्वाभाद्रपद ‘उग्र व अधोमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। शतभिषा नक्षत्र में हाथी, घोड़ा, रथादि सवारी, वास्तु-गृहारम्भ, गृहप्रवेश, उपनयन, वाहन क्रय करना व शस्त्र सम्बंधी कार्य और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में कृषि व जलयंत्र सम्बंधी समस्त कार्य करने चाहिए।
योग: शूल नामक योग प्रात: १०.४६ तक, इसके बाद गंड नामक योग है। दोनों ही नैसर्गिक अशुभ योग है। गंड नामक योग की प्रथम ६ घटी शुभ कार्यों में त्याज्य हैं। विशिष्ट योग: दोष समूह नाशक रवियोग नामक शक्तिशाली शुभ योग प्रात: ९.५२ से प्रारम्भ। रवियोग शुभकार्यारम्भ के लिए मार्गप्रशस्त करता है। करण: कौलव नामकरण अपराह्न ३.०० बजे तक, तदन्तर तैतिलादि करण रहेंगे।
शुभ विक्रम संवत् : 207४
संवत्सर का नाम : साधारण
शाके संवत् : 193९
हिजरी संवत् : 143९, मु.मास: मुहर्रम-१२
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद्
मास : आश्विन। पक्ष – शुक्ल।

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि वार, नक्षत्र व योगानुसार आज शतभिषा नक्षत्र में हलप्रवहण आदि के शुभ मुहूर्त हैं।
श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ९.२० से दोपहर बाद १.४४ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा अपराह्न ३.१२ से सायं ४.४० तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर ११.५२ से दोपहर १२.३९ तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज भौम प्रदोष व्रत तथा पंचक संपूर्ण दिवारात्रि है।

चन्द्रमा: चन्द्रमा सम्पूर्ण दिवारात्रि कुम्भ राशि में रहेगा। दिशाशूल: मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। पर चन्द्र स्थिति के अनुसार आज पश्चिम दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद रहेगी।
राहुकाल: अपराह्न ३.०० से सायं ४.३० बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (सा, सी, सू, से, सो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि कुम्भ है। रात्रि ९.५२ तक जन्मे जातकों का जन्म ताम्रपाद से व इसके बाद जन्मे जातकों का जन्म लोहपाद से हुआ है। सामान्यत: ये जातक ज्ञानी, धर्मात्मा, व्रतोपवास अधिक करने वाले, शत्रुजयी, बुद्धिमान, गुणी, सुखी, सपुत्रों के सुखभोगी और साहसी होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग २५-२६ वर्ष की आयु तक होता है। कुम्भ राशि वाले जातकों के आज भूमि-भवन सम्बंधी कार्य सम्पन्न होंगे। अपना पुराना अटका हुआ धन भी प्राप्त होगा।

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