परशुराम जयंती 2024 का शुभ मुहूर्त
अमृत काल: सुबह 07.44 बजे से सुबह 09.15 बजे तकअभिजीत मुहूर्त: सुबह 11.51 बजे से दोपहर 12.45 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07.01 बजे से 07.22 बजे तक
संध्या पूजा मुहूर्त: शाम 07.02 बजे से रात 08.05 बजे तक
- इस दिन सुबह उठकर स्नान करें और इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- घर के पूजा स्थान की अच्छी तरह से साफ-सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करें।
- अब चौकी पर वस्त्र बिछाएं और भगवान परशुराम और श्री विष्णु की मूर्ति को स्थापित करें।
- परशुराम जी के सामने दीपक जलाएं और उनको फूल, अक्षत, अन्य सामग्री अर्पित करें।
- भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और हाथ जोड़कर उनसे प्रार्थना करें।
- अब प्रसाद परिवारजनों को दें और स्वयं भी ग्रहण करें।
परशुराम जयंती पर क्या करें और क्या न करें
- परशुराम जयंती पर भक्त उपवास करते हैं और भगवान श्री हरि की पूजा-अर्चना करते हैं।
- जो दंपति पुत्र की कामना करते हैं और परशुराम जयंती पर व्रत करते हैं तो उनकी मनोकामना पूरी होती है।
- परशुराम जयंती के दिन दाल या अनाज का सेवन करने से बचें।