ब्रिटिश टैबलॉयड को दिए साक्षात्कार में टं्रप ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे और लंदन के मेयर सादिक खान की जमकर आलोचना की। हालांकि टं्रप इससे पहले भी जनता के बीच होने वाले कार्यक्रमों में जाने से बचते रहे हैं। पिछले साल जब ट्रंप सऊदी अरब के दौरे पर थे तब उनके सेक्रेटरी ऑफ स्टेट रेक्स टिलर्सन और वाणिज्य सचिव विलबर रॉस को वहां का लोक नृत्य ‘अरदाह तलवार नृत्य’ करना पड़ा था। इस कार्यक्रम की तस्वीरों में टं्रप बेहद असहज लग रहे थे। व्हाइट हाउस के पूर्व प्रवक्ता रहे टॉमी वियेटर कहते हैं कि टं्रप कभी भी खुद को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की नहीं सोचते हैं। अपने विदेश दौरे का इस्तेमाल वे रक्षा संधि और व्यापार को मजबूत बनाने के लिए करते हैं। चीन दौरे पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने टं्रप का स्वागत सैन्य ताकत के प्रदर्शन से किया था। इसे देख टं्रप गदगद हो गए थे। प्रेसिडेंशियल इतिहासकार डगलस ब्रिंकले का मानना है कि ट्रंप चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग जैसा व्यवहार कर रहे हैं जो अपने आसपास के वातावरण को अपने नियंत्रण में करना चाहते हैं। जनता से दूरी बताती है कि वे कितने जिद्दी और अभिमानी हैं।
ब्रिटेन दौरे पर विरोध झेलने के बाद ट्रंप ने सन न्यूजपेपर से कहा था कि मुझे जब ऐसा लगता है कि मुझे असहज करने की कोशिश हो रही है तो ऐसी स्थिति में मैं आगे लंदन की यात्रा क्यों करूं। जहां असहज महसूस हो, वहां जाने की कोई जरूरत नहीं है।
(वाशिंगटन पोस्ट से विशेष अनुबंध के तहत)