भगवान शिव का निवास स्थान माना जाने वाला कैलाश पर्वत हिंदू धर्म का सबसे पवित्र स्थल भी है। ऋषि मुनियों के अनुसार, भोले के निवास स्थान के रहस्य को जान पाना किसी के बस की बात नहीं फिर वो कितना भी बड़ा वैज्ञानिक ही क्यों न हो। तिब्बत मंदिर के धर्म गुरुओं के अनुसार, श्री कैलाश पर्वत के चारों और कोई अलौकिक शक्ति वास करती है। माना जाता है कि इस अलौकिक शक्ति का इस्तेमाल कर आज भी कुछ तपस्वी आध्यात्मिक गुरुओं से संपर्क में रहते हैं। कैलाश पर्वत केवल अपनी अलौकिक शक्तियों के लिए ही नहीं बल्कि अपनी बनावट के लिए भी जाना जाता है।
लोग कहते हैं इसका चौमुखी आकार एक कंपास की तरह लगता है। यहां आकर कोई ‘दिशा सूचक’ भी सही से काम नहीं करता क्योंकि यह धरती का केंद्र माना जाता है। पूरी धरती पर यही एक जगह है जहां चारों दिशाएं आकर मिलती हैं। आपको यकीन नहीं होगा कि दुनिया की अन्य जगहों के मुकाबले कैलाश पर आकर समय तेजी से बीतने लगता है। वैज्ञानिक इसके पीछे के कारण का अभी तक पता नहीं लगा पाए हैं।