एमी अपने सिरदर्द को सालों से माइग्रेन समझकर नज़रअंदाज़ करती रहीं। लेकिन फिर एक समय वो भी आया जब एमी अपने सिरदर्द को सहन करने में पूरी तरह से हार मान चुकी थीं। वे अपने सिर में कुछ रेंगता हुआ महसूस करने लगीं। सब्र का बांध टूटने के बाद एमी ने सिर का इलाज कराने का मन बनाया और डॉक्टर के पास जा पहुंची। डॉक्टर ने एमी के सिर की जांच की तो एक बेहद ही भयानक नतीजा सामने आया। डॉक्टर ने सीटी स्कैन की रिपोर्ट देखने के बाद बताया कि एमी को एक बेहद ही भयानक बीमारी है। उन्हें Arnold-Chiari malformation नाम की एक दुर्लभ बीमारी थी, जिसमें इंसान के दिमाग का बड़ा होने लगता है।
एमी के केस में भी उनके साथ ऐसा ही हो रहा था। एमी का दिमाग बढ़कर रीढ़ की हड्डी तक फैल चुका था। डॉक्टरों ने बिना समय गंवाए एमी का इलाज शुरू कर दिया, परिणामस्वरूप अब एमी की हालत में लगातार सुधार हो रहा है। एमी ने बताया कि बीते कुछ दिनों से उनका सिरदर्द इतना बढ़ गया था कि वे कई दिनों तक बिस्तर पर ही रहीं। इतना ही नहीं वे किसी भी चीज़ को साफ देख नहीं पा रही थीं। इस बीमारी की वजह से कई बार तो एमी कई हफ्तों तक टॉयलेट नहीं जा रही थीं। इन्हीं सब दिक्कतों की वजह से उन्होंने एक बार आत्महत्या करने का भी प्रयास किया था।