दुर्लभ विकार से पीड़ित है दो साल की बच्ची
मेहलानी मार्टिनेज एक दुर्लभ विकार से पीड़ित है, जिसे एक्सनफेल्ड-गीजर सिंड्रोम कहा जाता है। यह सिंड्रोम दो लाख में से किसी एक बच्चे को ही होता है। इस सिंड्रोम से पीड़ित लोगों की आंखों की आयरिश छोटी होती हैं या कई बार नहीं भी हो सकती हैं। जिससे ऐसा लगता है कि आंख में रंगीन हिस्सा नहीं है, लिहाजा आंखों की पुतली बड़ी हो जाती है। आंख के केंद्र में छेद होता है, जिसे पुतली कहा जाता है। पुतली के बडे़ होने की स्थिति वाले बच्चे आमतौर पर प्रकाश के प्रति ज्यादा ही संवेदनशील होते हैं। दरअसल, पुतली से ही प्रकाश आंख में जाता है। यही कारण है कि मेहलानी को हर समय धूप का चश्मा पहनना पड़ता है।
मेहलानी मार्टिनेज एक दुर्लभ विकार से पीड़ित है, जिसे एक्सनफेल्ड-गीजर सिंड्रोम कहा जाता है। यह सिंड्रोम दो लाख में से किसी एक बच्चे को ही होता है। इस सिंड्रोम से पीड़ित लोगों की आंखों की आयरिश छोटी होती हैं या कई बार नहीं भी हो सकती हैं। जिससे ऐसा लगता है कि आंख में रंगीन हिस्सा नहीं है, लिहाजा आंखों की पुतली बड़ी हो जाती है। आंख के केंद्र में छेद होता है, जिसे पुतली कहा जाता है। पुतली के बडे़ होने की स्थिति वाले बच्चे आमतौर पर प्रकाश के प्रति ज्यादा ही संवेदनशील होते हैं। दरअसल, पुतली से ही प्रकाश आंख में जाता है। यही कारण है कि मेहलानी को हर समय धूप का चश्मा पहनना पड़ता है।
एक साल की उम्र में पता चली बीमारी मेहलानी की इस परेशानी का पता तब चला, जब वह एक साल की थी। मेहलानी की मां करीना ने उसकी तस्वीर के साथ उसकी इस दुर्लभ बीमारी के बारे में सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर की। देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गई। इसके बाद कई लोगों ने अच्छे कमेंट किए। करीब 40 लोगों ने करीना को बताया कि उनके बच्चों या परिवार के किसी सदस्य को भी यह बीमारी है और वे स्वस्थ्य व सामान्य जीवन जी रहे हैं। यह सुनकर करीना अच्छा महसूस कर रही हैं कि उनकी बेटी इस बीमारी की शिकार होने वाली अकेली नहीं है और वह भी अच्छा जीवन जी सकती है।