इस बात का खुलासा तब हुआ जब कुछ दिन पहले पूर्व जज को एक कार का चालान मिला। कार का नंबर देखने पर पता चला कि यह कार तो किसी और की है। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई और अपने नाम से दर्ज कारों की जानकारी चाही। जब पंजाब एक्साइज ऐंड टैक्सेशन डिर्पाटमेंट द्वारा इस बात की जानकारी दी उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वो यह जान कर हैरान रह गए कि उनके नाम पर इस समय 2,224 गाड़ियां पंजीकृत हैं।
पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्र डॉन में प्रकाशित खबर के अनुसार पूर्व जज के नाम पर इतनी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के बाद देशभर में सनसनी मची हुई है। वहीं इस पूरी घटना के बाद पूर्व जज सिकंदर हयात ने कोर्ट की शरण ली है। कोर्ट में उनके वकील ने बताया कि सिकंदर ने अपने पूरे जीवन में सिर्फ एक कार खरीदी है। ऐसे में वह 2,224 गाड़ियों के मालिक कैसे हो सकते हैं। इसके बाद पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब एक्साइज डिपार्टमेंट के सचिव और निदेशक को इस मामले में एक रिपोर्ट दायर करने का निर्देश दिया है साथ ही अदालत ने एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। खास बात यह है कि पाकिस्तान में इस समय बेनामी संपत्तियों को लेकर मामला काफी गर्म है।