बता दें कि, किसी भी ब्लड ग्रुप में आरएच एंटीजन होते हैं लेकिन RH Null में कोई एंटीजन नहीं पाए जाते हैं। किसी इंसान के ब्लड ग्रुप के बारे में जानने के लिए उसके शरीर के एंटीजन गिने जाते हैं और उसी से पता चलता है कि, वह इंसान किस ब्लड ग्रुप से ताल्लुक रखता है। एंटीजन के बारे में और जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि किसी के शरीर में जितना कम एंटीजन पाया जाता है वह खून उतना ही रेयर होता जाता है। RH Null की जांच में पता चला है कि उसमें कम से कम 50 एंटीजन की कमी होती है। यही वजह है RH Null को रेयर ब्लड ग्रुप की श्रेणी में रखा गया है। इस ब्लड टाइप की खोज 56 साल पहले हुई थी। 10 लाख लोगों में से सिर्फ 4 लोगों में ही ये पाया जाने वाले RH Null ब्लड ग्रुप के लोगों की ज़िंदगी सामान्य ही होती है लेकिन उन्हें बच कर रहना पड़ता है। क्योंकि उन्हें आसानी से उनके ग्रुप के लोग नहीं मिल पाते।