इस शख्स की हैं तीन पत्नियां, गलती होने पर देता है ऐसी अजीबोगरीब सजा
जानकारी के लिए बता दें कि, यह पत्थर एक केन्द्रीय शिला का कार्य कर रहा था, जिससे मंदिर की दीवारों के सभी पत्थर संतुलन में थे। इसके हटने के कारण, मंदिर की दीवारों का संतुलन खो गया और इसी कारण वे गिर पड़ीं। लेकिन इस घटना का कोई ऐतिहासिक विवरण नहीं मिलता, ना ही ऐसे किसी चुम्बकीय केन्द्रीय पत्थर के अस्तित्व का कोई ब्यौरा उपलब्ध है जिससे इस बात की पुष्टि हो सके। पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि इस मंदिर के शिखर पर 52 टन का चुंबकीय पत्थर लगा हुआ था एवं यह पत्थर समुद्र की कठिनाइओं को कम करता था। इसकी वजह से ये मंदिर समुद्र के तट पर सैकड़ों दशकों से खड़ा हुआ है।