जी, हां इस अनोखे क्लासरूम में मौत से पहले ही मौत के खौफ से इंसान का रूबरू करवाया जाता है। इस ग्रेव क्लासरूम में आत्महत्या की चाह रखने वाली औरतों की क्लास ली जाती है। जी, हां सूनने में ये भले ही अजीब लगें लेकिन कुछ ऐसा ही किया जाता है यहां।
ये ग्रेव क्लासरूम चार दीवारों से घिरा हुआ नहीं है बल्कि इसे एक खुले मैदान में बनाया गया है। इस मैदान में मिट्टी की परत जमा की गई है और सुसाइड से पहले यहां औरतों को मौत से मिलवाया जाता है।
ग्रेवयार्ड क्लासरूम को बनाने वाली का नाम लियू तेजी है जो कि महज तीस साल की है और लियू द्वारा इसे करीब तीन साल पहले चलाया गया था। दरअसल लियू के पति ने तीन साल पहले जब उसे छोड़ दिया तो वो अपनी जिंदगी से काफी निराश हो गई और मौत को गले लगाना बेहतर समझा लेकिन बाद में लियू को एहसास हुआ कि उसके जैसी लाखों औरतें लगभग हर दिन आत्महत्या करती हैं और ये सोचकर लियू ने ग्रेव क्लासरूम खोला और आज इस विधि के माध्यम से वो उसकी जैसी हजारों औरतों आत्महत्या के विचार से मुक्ति दिलाती है।
यहां महिलाओं को पहले मिट्टी से पूरी तरह ढक दिया जाता है फिर उन्हें अपने मौत के बारे में सोचने को कहा जाता है और मात्र इस डरावने सोच से ही औरतें सहम जाती है और जिंदगी को नए सिरे से शुरू करने की ओर एक नया कदम उठाती है।