रमजान के दौरान ड्रोन्स का इस्तेमाल ही बेहतर अरबी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में फैशन शो के एक ऑर्गनाइजर अली नबील अकबर ने कहा कि खाड़ी देश में इस तरह का शो अपने आप में पहला था। इसकी तैयारी में दो हफ्ते का समय लगा। ड्रोन से कपड़े दिखाने का फैसला अच्छा था, क्योंकि रमजान के महीने में यही सबसे बेहतर था। इसके लिए ऑर्गनाइजर्स को काफी सोचना भी पड़ा था।
जेद्दाह में कपड़े पहनने पर नियमों में है छूट बता दें, सऊदी अरब में पारंपरिक तौर पर महिलाओं के कपड़े पहनने को लेकर कई तरह के नियम हैं। यहां सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं को खुद को अबाया से ढकना पड़ता है। कई महिलाएं खुद को ढकने के लिए हिजाब या फिर नकाब का भी इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, देश की फैशन सिटी होने की वजह से जेद्दाह में इन नियमों की छूट है।
सोशल मीडिया पर हुई आलोचना, बना मजाक का मुद्दा
इस शो का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद इसकी काफी आलोचना भी हुई थी। वीडियो के सामने आने के बाद से ही लोगों ने इस पर कई कमेंट्स किए हैं। दरअसल, सऊदी अरब में प्रिंस सलमान के ‘विजन 2030’ के तहत महिलाओं के अधिकार और आजादी का दायरा बढ़ाने की कोशिशों की बातें की जा रही है। इस बीच ये फैशन शो सोशल मीडिया पर मजाक का मुद्दा बन गया लोग इसके बारे में तरह-तरह की बातें करने लगे।