इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में रहने वाले इस बूढ़े शख्स का नाम मेलविन मेनसेल है। मेलविन के ऊपर दुखों का पहाड़ उस वक्त टूट पड़ा जब उन्हें पता चला कि उनकी जीभ कैंसर की चपेट में आ चुकी है। हालांकि किस्मत थोड़ी अच्छी थी कि उन्हें कैंसर के शुरुआती स्टेज में ही इसका पता चल गया था। उस वक्त जीभ पर बने ट्यूमर को डॉक्टरों ने निकाल फेंका।
उस दौरान यह दिक्कत आई कि डॉक्टर्स ने सर्जरी की मदद से ट्यूमर तो निकाल दिया, लेकिन इसकी वजह से उनकी जीभ का आधा हिस्सा गायब हो चुका था। इस परेशानी का भी हल निकाला गया। सर्जरी की मदद से उनकी जीभ फिर से बना दी गई। पिछले साल जीभ को बनाने के लिए मेलविन के हाथ के नरम मांस का इस्तेमाल किया गया।
हाथ से मांस को निकालकर उनकी जीभ पर लगाया गया और उसे पूरी तरह से ठीक कर दिया। हालांकि मेलविन की परेशानियां यहीं पर खत्म नहीं हुई। जीभ के बनने के बाद से ही मेलविन को लगता था कि उनकी जीभ पर कुछ चल रहा है। रात भर मेलविन इससे परेशान रहते थे, उन्हें नींद नहीं आती थी।
अब चूंकि हाथ के मांस का उपयोग जीभ को बनाने में किया गया तो बालों का वहां पर बार-बार उग आना स्वाभाविक था। इससे छुटकारा पाने के लिए मेलविन ने दोबारा डॉक्टरों से बात की, लेकिन उन्होंने इलाज करने से इंकार कर दिया। ऐसे में मेलविन लेजर ट्रीटमेंट का सहारा ले सकते हैं ताकि अब रोज-रोज के इस झमेले से उन्हें मुक्ति मिल जाए।