ब्रिटिश मेडिकल जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक युवती के पेट में आंशिक रूप से विकसित जुड़वां पल रहे थे। ऐसा करीब पांच सालों से चल रहा था। इस दौरान महिला को पेट में दर्द, भूख न लगना और चोट के समान दर्द होने की शिकायत रहती थी। जब डॉक्टरों ने उसके पेट की जांच की, तो एक गांठदार द्रव्यमान महसूस किया गया जो काफी कठोर था।
प्लास्टिक खाने से हुई इस समुद्री जीव की मौत, रेसक्यू करने वालों के सीने से लिपट बयां किया दर्द डॉक्टरों के मुताबिक युवती के पेट में मौजूद ट्यूमर का कैल्शियम वाला हिस्सा सीटी स्कैन पर सफेद दिखाई देते है। मगर करीब से निरीक्षण करने पर कैल्शियम अंश हड्डियों का रूप ले चुके थे। इसकी पसलियां तक बन गई थीं। वहीं कुछ हिस्सों में इस पर बाल निकल आए थे और दांत भी।
डॉक्टरों के मुताबिक इस द्रव्यमान को टेराटोमा के रूप में जाना जाता है। ये ट्यूमर का एक रूप है जो कई प्रकार के ऊतकों में विकसित होता है। ये भ्रूण यानि बच्चे के विकास के विकास जैसा दिखता है, लेकिन इसमें बच्चे नहीं होते हैं। ये अक्सर अंडाशय, अंडकोष या टेलबोन में बनते हैं।
किशोरी लड़की का टेराटोमा कई कारणों से अजीब था। क्योंकि उसके ट्यूमर की संभावना एक विकृत जुड़वा का रूप ले रही थी। भ्रूण में भ्रूण के पलने की ये घटना करीब 500,000 जीवित जन्मों में से केवल एक में ही होती है।