एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्र्थो को ‘सुपरफूड्स’ कहते हैं क्योंकि इनमें रोग प्रतिरोधकता, याददाश्त और सुंदरता को बढ़ाने का राज छिपा है। विशेषज्ञों के अनुसार के अनुसार, हमारी रोज की डाइट में कुदरती रंगीन खाद्य पदार्थ शामिल होने से शरीर को एंटीऑक्सीडेंट्स अपने आप मिल जाते हैं। इन फलों व सब्जियों में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो रोगों से बचाव करने के अलावा उम्र बढऩे की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं।
रंगीन फल या सब्जियों में बीटा-कैरोटीन, विटामिन बी समेत विभिन्न पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञ आनंद कुमार के अनुसार सभी फलों एवं सब्जियों में पोषक तत्व होते हैं, चाहे वह हरी हो या फिर किसी और चटख रंग की। जो फल जितना रंगीन होगा, वह उतना ही स्वास्थ्यवर्धक भी होगा।
चटख लाल: अनार, सेब, तरबूज चुकंदर, टमाटर, आलू बुखारा, लाल शिमला मिर्च आदि।
चटख नारंगी: पपीता, आम, मौसमी, संतरा, गाजर आदि।
चटख नीला/बैंगनी: बैंगन, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और चेरी आदि।
चटख पीला: नींबू, बैर , मक्का आदि ।
किसी भी सब्जी या फल को प्रयोग में लाने से पहले उसे अच्छी तरह से धो लें क्योंकि कई बार रसायनों के प्रयोग से भी फलों व सब्जियों को चमकदार व उनका आकार बढ़ाया जाता है। जब भी लौकी, तुरई या कद्दू खरीदें तो इन्हें कटवाकर देख लें अगर इसमें बीज दिखाई ना दें तो समझ लें कि ऑक्सीटॉक्सिन कैमिकल का प्रयोग हुआ है। पपीते को 3-4 घंटे पानी में रखने के बाद साफ कपड़े से पौंछकर खाएं या फ्रिज में रखेंं।