यह शिक्षक यहां जनपद कार्यालय में प्रशिक्षण के लिए आए थे, लेकिन प्रशिक्षण का बहिष्कार कर सभी पुरानी कलेक्ट्रेट स्थित एसडीएम कार्यालय जा पहुंचे जहां जमकर नारेबाजी की। शिक्षक बीएलओ कार्य से मुक्त करो के नारे लगा रहे थे। एसडीएम प्रवीण प्रजापति से इनका कहना रहा कि आप कहते हो कि स्कूल में क्या पढ़ाते हो और यह नहीं देखते कि शिक्षकों से बीएलओ का कार्य कराया जा रहा है। हम परिवार से दूर होते जा रहे। हमारे घर टूटने लगे हैं। इस कार्यसे तनाव इतना अधिक बढ़ गया है कि कभी भी किसी को अटैच आ सकता है। इसकी जबावदारी कौन लेगा। इस दौरान शैलेंद्र कटारे, राकेश जैन, मुकेश श्रीवास्तव,विकास जैन सहित बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।
एसडीएम ने किया आश्वस्त
शि क्षकों ने बताया कि एप संबंधी समस्या पर एसडीएम ने 15 अक्टूबर तक आफ लाइन कार्य करने को कहा है। इसके बाद शिक्षकों को बीएलओ कार्य से हटाए जाने की तरफ कार्य करने के लिए आश्वस्त किया है। इस दौरान शिक्षकों ने बताया कि शासन शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य न कराने की बात कहता है। प्राचार्य स्कूल समय के बाद बीएलओ का कार्य करने का कहते हैं। शाम को मतदाता के घर पहुंचों तो वह झल्ला कर बोलता है। मतदाता के फोटो व अन्य जानकारी पोर्टल पर डालना होता है, लेकिन नेटवर्क नहीं मिलने से जानकारी नहीं डाल पा रहे। स्कूल से गांव की दूरी अधिक होने से भी परेशानी आ रही। परिवार को समय नहीं दे पा रहे। वहीं स्कूलों में दक्षता संवर्धन का महत्वपूर्ण कार्य भी चल रहा है। शिक्षकों को इन सभी स्थितियों के बीच भारी तनाव से गुजरना पड़ रहा है।
शि क्षकों ने बताया कि एप संबंधी समस्या पर एसडीएम ने 15 अक्टूबर तक आफ लाइन कार्य करने को कहा है। इसके बाद शिक्षकों को बीएलओ कार्य से हटाए जाने की तरफ कार्य करने के लिए आश्वस्त किया है। इस दौरान शिक्षकों ने बताया कि शासन शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य न कराने की बात कहता है। प्राचार्य स्कूल समय के बाद बीएलओ का कार्य करने का कहते हैं। शाम को मतदाता के घर पहुंचों तो वह झल्ला कर बोलता है। मतदाता के फोटो व अन्य जानकारी पोर्टल पर डालना होता है, लेकिन नेटवर्क नहीं मिलने से जानकारी नहीं डाल पा रहे। स्कूल से गांव की दूरी अधिक होने से भी परेशानी आ रही। परिवार को समय नहीं दे पा रहे। वहीं स्कूलों में दक्षता संवर्धन का महत्वपूर्ण कार्य भी चल रहा है। शिक्षकों को इन सभी स्थितियों के बीच भारी तनाव से गुजरना पड़ रहा है।