scriptVideo: इस रेलवे स्टेशन पर हुआ हंगामा, कई लोग हुए चोटिल | ruckus at Ganj Basoda railway station in MP | Patrika News

Video: इस रेलवे स्टेशन पर हुआ हंगामा, कई लोग हुए चोटिल

locationविदिशाPublished: Aug 31, 2018 01:38:11 pm

मप्र के एक स्टेशन में उपद्रव…

hangama

गंजबासौदा स्टेशन पर हुआ हंगामा, कई लोग हुए चोटिल

विदिशा। रेलवे की लगातार कोशिशों के बावजूद उपद्रवियों द्वारा ट्रेन में खड़ी की जाने वाली परेशानियों के चलते मप्र के एक स्टेशन में शुक्रवार को एक बार फिर उपद्रव जैसे हालात बन गए।

इसका कारण ट्रेन से यात्रियों को बाहर निकालना बताया जा रहा है, यह पूरा घटनाक्रम गंजबासौदा स्टेशन का है, जहां विरोध के बीच हंगामा खड़ा हो जाने से क्षिप्रा एक्सप्रेस को ब्रेक लग गए हैं, वहीं सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन के आसपास काफी मात्रा में पुलिस बल मौजूद है।
ये है मामला…
सामने आ रही जानकारी के अनुसार विदिशा-गंजबासौदा स्टेशन पर इंदौर से हावड़ा जा रही क्षिप्रा एक्स्प्रेस को रोका दिया गया । यह ट्रेन सुबह 5 बजे से करीब 9.00 बजे तक स्टेशन पर ही खड़ी है।
लोगों का आरोप है कि ट्रेन में बिहार के कुछ छात्र पेपर देने गए थे, इंदौर से वह बिना टिकिट बैठे, इसके बाद ट्रेन में गंजबासौदा से लगभग 300 यात्री चढ़े। लेकिन रिजर्वेशन बोगी में मौजूद छात्रों ने बोगी कब्ज़ा कर लिया और गंजबासौदा के यात्रियों को ट्रेन से बाहर कर दिया।
उनकी इस हरकत से गुस्साए लोग ने ट्रेन को आगे बढ़ने से रोक दिया। और यहां देखते ही देखते जमकर शुरू हो गया। स्टेशन में अचानक फैले इस हंगामे की सूचना मिलते ही क्षेत्र के कई थानों की पुलिस वहां जा पहुंची।
इसी बीच कुछ लड़कों ने ट्रेन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।जिसके कारण यात्रियों को मामूली चोटें आईं, इसके बाद बिना किसी पर एफआरआई दर्ज किए ट्रेन 9.10 बजे स्टेशन से आगे को रवाना हुई।
गलत है ये…
वहीं जानकारों के अनुसार छात्रों को परीक्षा देने जाने के लिए भले ही रेलवे द्वारा कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। लेकिन ऐसे में किसी दूसरे की रिजर्व सीट पर कब्जा नहीं किया जा सकता। ऐसा करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जा सकती है।
छात्रों को रेलवे सफर की ये सुविधाएं…
भारतीय रेलवे कुछ खास श्रेणियों के तहत छात्र-छात्राओं को बड़ी छूट देती है, जिनमें घर से स्कूल या कॉलेज आना-जाना, स्टडी टूर, रिसर्च के काम से संबंधित यात्रा करना आदि शामिल हैं।
– छात्राएं स्नातक (ग्रेजुएशन) करने तक मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) के माध्यम से द्वितीय श्रेणी (सेकेंड क्लास) में मुफ्त में सफर कर सकती हैं, जबकि छात्रों को यह सुविधा 12वीं क्लास तक के लिए दी गई है। रेलवे की ओर से यह सुविधा मदरसे में पढ़ रहे बच्चों के लिए भी दी जाती है।
– ग्रामीण इलाकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए रेल टिकट पर 75 फीसदी की छूट मिलती है। इस छूट के तहत छात्राएं सेकेंड क्लास तक में सफर कर सकती हैं।
इसके अलावा संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित मुख्य लिखित परीक्षा देने वाले छात्रों को रेल किराये में 50 फीसदी की छूट मिलती है। यह छूट भी सेकेंड क्लास में सफर करने के लिए होती है।
– ग्रामीण इलाकों में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को साल में एक बार स्टडी टूर के लिए सेकेंड क्लास की रेल टिकट किराये में 75 फीसदी की छूट मिलती है।

– 35 वर्ष तक के रिसर्च स्कॉलर्स को रिसर्च से जुड़े कामों के लिए रेल सफर करने पर किराये में 50 फीसदी की छूट मिलती है। यह छूट भी स्लीपर और सेकेंड क्लास से सफर करने पर मिलती है। इसके अलावा वर्क कैंप में भाग लेने जा रहे छात्रों या गैर-छात्रों को भी स्लीपर और सेकेंड क्लास में रेल किराये पर 25 फीसदी की छूट दी जाती है।
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