जनसुनवाई में कलेक्टर सिंह ने सीमांकन के कई मामले आते देख कहा है कि सीमांकन के मामले १५ दिन से ज्यादा दिन तक लंबित नहीं रहना चाहिए। यदि ३ मामले भी पेंडिंग मिले तो पटवारी का निलंबन होगा और 6 या उससे अधिक मामले पेेंडिंग पाए जाने पर उसकी बर्खास्तगी कर दी जाएगी। उन्होंने संबंधित अनुविभाग के एसडीएम और तहसीलदार को भी नोटिस देने की बात कही। उधर जनसुनवाई में राजस्व के सबसे ज्यादा मामले आने पर कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम को जनसुनवाई में अनिवार्य रूप से हाजिर रहने के निर्देश दिए।
घबराकर पसीने-पसीने हो गए मंडी सचिव, अस्पताल पहुंचाया
एक दिन पहले टीएल की बैठक में किसान को भुगतान के मामले में मंडी सचिव का झूठ कलेक्टर के सामने पकड़े जाने और फिर मंगलवार को जनसुनवाई में राजस्व अधिकारियों को दी गई हिदायद से मंडी सचिव कमल बगवैंया पसीने-पसीने हो गए। घबराहट के साथ उनकी तबियत बिगड़ी और शरीर ठंडा होने लगा।
कलेक्टर को पता लगते ही उन्होंने जिला आपूर्ति अधिकारी और जनसंपर्क अधिकारी को बगवैंया को अस्पताल पहुंचाने के लिए कहा। बगवैंया को डॉ. संजय खरे के पास ले जाया गया, जहां उनका उपचार हुआ और जांच के बाद उन्हें आराम करने के लिए घर भेज दिया गया। उधर जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी बृजेश जैन को कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग का परियोजना अधिकारी बनाने के निर्देश दिए। जैन के न नुकर पर कलेक्टर बोले- परियोजना अधिकारी ही बनाएंगे, नाम में कुछ नहीं रखा, काम करो। काम कोई करना ही नहीं चाहता।
किसी को एक रुपए भी घूस मत देना: सीईओ
जनसुनवाई में जिपं सीईओ पंकज जैन प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आने वाले आवेदकों से मिल रहे थे। वे बाहर गैलरी में ही आकर आवेदकों की समस्याएं सुन रहे थे। ज्यादातर लोगों की किश्त न आने और कई का नाम आवास योजना में शामिल न होने की शिकायत थी। इस पर सीईओ बोले सभी को एक साथ आवास नहीं मिल सकते। अभी थोड़ा वक्त लगेगा, सब्र रखो। और किसी के बहकावे में नहीं आना है, एक रूपया भी घूस का नहीं देना है।
सूखा राहत वाले १५ दिन बाद आएं
कलेक्टर ने सूखा राहत न मिलने से परेशान किसानों से कहा है कि अगर १५ दिन में भी उनके खातों में राशि नहीं आती है तो वे मेरे पास आएं। अभी कुछ वक्त लगेगा। मुझे भी काम का मौका मिलना चाहिए। इतनों को मिला है तो शेष को भी मिलेगा।