मालूम हो कि करीब 11 करोड़ की लागत से बना यह कंपोजिट भवन 120 कक्षों का है। इसमें नीचे तल पर 62 एवं ऊपर तल पर 58 कक्ष है। काफी समय से भवन तैयार था, लेकिन अधिकारियों द्वारा इस भवन में कार्यालय शिफ्ट करने में रुचि नहीं ली जा रही थी। एक सप्ताह पूर्वकलेक्टर ने जब अधिकारियों को फटकार लगाई तो जिन कार्यालयों के लिए कक्ष आवंटित किए जा चुके थे उन सभी अधिकारियों ने अपने दफ्तर यहां शिफ्ट कर लिए और सोमवार से यह कार्यालय संचालित होना शुरू हो गए। एडीएम सुबह ही अपने कार्यालय पहुंच चुके थे। इस दौरान अन्य अधिकारियों के साथ वे भवन की पहली मंजिल व दूसरी मंजिल के हर कक्ष में पहुंचे। डिप्टी कलेक्टर व अन्य अधिकारियों के बैठने के लिए कक्ष तय किए जाते रहे।
कक्षों में व्यवस्थित किया जाता रहा सामान
भवन के लगभग हर कक्ष में सामान को व्यवस्थित किया जाता रहा। अधिकांश कक्षों में धूल व जाले लगे होने से इन्हें साफ करने का कार्य चलता रहा। कुछ कक्षों में फर्नीचर, कंप्यूटर, फाइल आदि को व्यवस्थित जमाया जाता रहा। कर्मचारियों का कहना रहा कि कार्यालय के सुव्यवस्थित संचालन में अभी दो-तीन दिन का समय और लग जाएगा। वहीं कुछ कार्यालयों का सामान सोमवार को भी कंपोजिट भवन में पहुंचता रहा।
भवन के लगभग हर कक्ष में सामान को व्यवस्थित किया जाता रहा। अधिकांश कक्षों में धूल व जाले लगे होने से इन्हें साफ करने का कार्य चलता रहा। कुछ कक्षों में फर्नीचर, कंप्यूटर, फाइल आदि को व्यवस्थित जमाया जाता रहा। कर्मचारियों का कहना रहा कि कार्यालय के सुव्यवस्थित संचालन में अभी दो-तीन दिन का समय और लग जाएगा। वहीं कुछ कार्यालयों का सामान सोमवार को भी कंपोजिट भवन में पहुंचता रहा।
यह कार्यालय हुए शिफ्ट
एडीएम एचपी वर्मा ने बताया कि कंपोजिट भवन में जिन कार्यालयों को जगह आवंटित की गई उनमें लगभग सभी दफ्तर शिफ्ट हो चुके हैं। इनमें एसएलआर, खाद्य विभाग, नजूल, मत्स्य विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, अल्पबचत, लोकसेवा गारंटी, इ-गवर्नेंस, स्थानीय निर्वाचन, एनआईसी व कलेक्टे्रट की विभिन्न शाखाएं यहां शिफ्ट हुई। वहीं सामान्य निर्वाचन विभाग एवं खनिज विभाग यहां पहले ही शिफ्ट हो चुके थे।
एडीएम एचपी वर्मा ने बताया कि कंपोजिट भवन में जिन कार्यालयों को जगह आवंटित की गई उनमें लगभग सभी दफ्तर शिफ्ट हो चुके हैं। इनमें एसएलआर, खाद्य विभाग, नजूल, मत्स्य विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, अल्पबचत, लोकसेवा गारंटी, इ-गवर्नेंस, स्थानीय निर्वाचन, एनआईसी व कलेक्टे्रट की विभिन्न शाखाएं यहां शिफ्ट हुई। वहीं सामान्य निर्वाचन विभाग एवं खनिज विभाग यहां पहले ही शिफ्ट हो चुके थे।
यह कार्यालय होंगे बाद में शिफ्ट
यहां अन्य विभागों को भी शिफ्ट होना है। इसमें कोषालय, तहसीलदार कार्यालय एवं एसडीएम कार्यालय शामिल है जो आगामी चुनाव के बाद शिफ्ट होंगे। एडीएम वर्मा के मुताबिक सामान्य निर्वाचन कार्यालय यहां शिफ्ट हो गया, लेकिन उसका भवन अभी निर्माणाधीन है। मई माह तक यह भवन पूरा हो जाएगा। इसके बाद यह कार्यालय उसके खुद के भवन में शिफ्ट होगा।
यहां अन्य विभागों को भी शिफ्ट होना है। इसमें कोषालय, तहसीलदार कार्यालय एवं एसडीएम कार्यालय शामिल है जो आगामी चुनाव के बाद शिफ्ट होंगे। एडीएम वर्मा के मुताबिक सामान्य निर्वाचन कार्यालय यहां शिफ्ट हो गया, लेकिन उसका भवन अभी निर्माणाधीन है। मई माह तक यह भवन पूरा हो जाएगा। इसके बाद यह कार्यालय उसके खुद के भवन में शिफ्ट होगा।