UP MLC Election Result 2022: PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में BJP प्रत्याशी की जमानत भी नहीं बची, विधानसभा में जिते थे आठो सीट
UP MLC Election Result 2022 परिणाम की घोषणा हो चुकी है। कुछ ही दिनों पूर्व बनारस की आठो विधानसभा सीटों पर बीजेपी गठबंधन ने जीत का परचम फहराया था। लेकिन विधानपरिषद के लिए हुए चुनाव में निर्दल प्रत्याशी बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने बड़ी जीत हासिल कर ली। वहीं, बीजेपी प्रत्याशी डॉ सुदामा पटेल की जमानत भी जब्त हो गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा से जीत का प्रमाण पत्र हासिल करती अन्नपूर्णा सिंह
वाराणसी. विधानसभा चुनाव 2022 में PM मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की आठों सीटों पर जीत का परचम लहराने वाले बीजेपी गठबंधन को UP MLC Election 2022 में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वाराणसी परिक्षेत्र के लिए हुए चुनाव में बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने बड़ी व एकतरफा जीत हासिल कर ली। वहीं बीजेपी प्रत्याशी डॉ सुदामा पटेल अपनी जमानत तक नहीं बचा सके।
तीन प्रत्याशियों में तीसरे स्थान पर रहे बीजेपी प्रत्याशी बनारस के केंद्रीय कारागार में बंद बाहुबली निवर्तमान एमएलसी बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह ने बतौर निर्दल प्रत्याशी 4234 मत पाकर जीत दर्ज की हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उमेश यादव 345 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे जबकि बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. सुदामा पटेल 170 मत पाकर तीसरे व आखिरी स्थान पर रहे।
बता दें कि बीजेपी प्रत्याशी डॉ. सुदामा पटेल चुनाव प्रचार के दौरान अपनी ही पार्टी के कुछ ओहदेदारों पर बाहुबली बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह के पक्ष में प्रचार करने का आरोप लगाते रहे। उनका ये भी आरोप रहा कि बृजेश सिंह की ओर से मतदाताओं को पैसा बांटा जा रहा है। उन्होंने यहा तक कहा कि उनका चुनाव प्रचार प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है।
बृजेश सिंह परिवार का पांचवीं बार कब्जा वाराणसी एमएलसी सीट पर लगातार पांचवीं बा बाहुबली बृजेश सिंह के परिवार ने कब्जा जमाया है। इससे पूर्व 2016 में बृजेश सिंह बतौर निर्दल प्रत्याशी एमएलसी चुनाव जीते थे। उससे पहले उनकी पत्नी बीएसपी के टिकट से चुनाव जीती थीं तो उससे भी पहले बृजेश के भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह बीजेपी से दो बार एमएलसी चुने गए।
बृजेश का कुनबा त्रिस्तरीय व एमएलसी चुनाव का है माहिर बृजेश सिंह का कुनबा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और एमएलसी चुनाव का माहिर माना जाता रहा है, इस बार के परिणाम ने उसे साबित भी कर दिया। दरअसल जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत की राजनीति में अच्छी-खासी दखल रखने वाले बृजेश के दूसरे भतीजे सुजीत सिंह डॉक्टर भी बीजेपी से ही जुड़े हैं। ऐसे में बृजेश सिंह के परिवार की परंपरागत सीट होने के कारण बीजेपी ही नहीं बल्कि अन्य दलों के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ता भी अन्नपूर्णा के साथ रहे। कुछ कांग्रेसी तो खुलेआम नामांकन दाखिला तक के मौके पर मौजूद रहे। बीजेपी के लोगों ने तो डॉ सुदाम को गंभीरता से लिया ही नहीं। उल्टे बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा के पक्ष में ही गुपचुप तरीके से माहौल बनाते रहे।
डॉ सुदामा ने फिर लगाया धनबल-बाहुबल के इस्तेमाल का आरोप मंगलवार को जब मतगणना के बाद चुनाव परिणाम आया तो एक बार फिर डॉ. सुदामा ने धनबल और बाहुबल की बात दोहराते हुए कहा कि भाजपा के ही लोग अन्नूपर्णा सिंह के साथ थे तो भला मैं कहां से चुनाव जीतता।
अन्नपूर्णा ने मतदाताओं के प्रति आभार जताया अन्नपूर्णा सिंह ने जनता का आभार जताया। कहा कि यह उनकी नहीं बल्कि जनता की जीत है।