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तुलसी घाट पर इस बार फिर सजेगी महफिल, अबकी इस अंतर्राष्ट्रीय कलाकार को समर्पित होगी देव दीपावली

locationवाराणसीPublished: Nov 16, 2018 07:47:18 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

तुलसीघाट की है परंपरा, हर साल एक नए कलाकार के नाम समर्पित होती है देवताओं की यह दीपावली।

तुलसी घाट की देव दीपावली और यू श्रीनिवासन

तुलसी घाट की देव दीपावली और यू श्रीनिवासन

डॉ अजय कृष्ण चतुर्वेदी

वाराणसी. देव दीपावली यूं तो काशी के लक्खा मेलों में शामिल हो चुकी है। इस दिन काशी के अर्द्ध चंद्राकार घाटों पर जलते दीपक धरती पर आकाश गंगा सा मनोरम दृश्य पैदा करते हैं। कल-कल करती मां गंगा की अठखेलियों संग झिलमिल दीयों की लौ पूरे परिदृश्य को मनोहारी बना देते हैं। अद्भुत नजारा होता है वह। उस दिन तो धरती पर स्वर्ग सा नजारा होता है। इसमें भी काशी की परंपरा को जीवंत रूप देने का काम तो तुलसीघाट पर ही होता है। संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो विश्वंभर नाथ मिश्र और उनके अनुज सरसुंदर लाल चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो विजय नाथ मिश्र की टीम हर साल कुछ न कुछ ऐसा चुन ही लेते हैं इस दिन के लिए जिससे यहां की देव दीपावली अन्य घाटों से बिल्कुल अलग हो जाती है। इसी कड़ी में इस बार भी इन सभी ने कुछ अनोखा चुनाव किया है। इस बार एक अंतर्राष्ट्रीय कलाकार के नाम देव दीपावली समर्पित की जाएगी।
तुलसीघाट की देव दीपावली इस बार भारत में मैंडोलीन के जनक एवं साधक पं यू श्रीनिवासन की शेष स्मृतियों को समर्पित होगी। अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास, संकटमोचन मंदिर और संकटमोचन फाउंडेशन ने एक बार फिर गंगा निर्मलीकरण, सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप काशी की गंगा और उसके धरोहरी घाटों के साज-सज्जा का केंद्र बिंदु बनाया है। देशी और विदेशी कलाकार इस कल्पना को मूर्त रुप देने में जुटे हुए हैं। काशी के धरोहरी घाटों के विभिन्न कोणों से निहारते काशी के गंगा नवरत्नों की झांकी दर्शकों का मन मोहेगी तो उन्हें प्रेरणा भी देगी।
संकटमोचन फाउंडेशन ,अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास के अध्यक्ष एवं संकटमोचन मंदिर के महंत प्रो विश्वम्भरनाथ मिश्र ने पत्रिका को बताया कि देव दीपावली के अवसर पर तुलसीघाट पर युवा कलाकारों ने घाटों की इस झांकी में काशी की जीवंतता को उकेरने का संस्कृति के साये में शानदार प्रयास किया है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्रम में स्व पं यू श्रीनिवासन के छोटे भाई पं यू राजेश मेंडोलीन का वादन और साथ में विश्व विख्यात ड्रमर शिवमणि के रिदमों की प्रस्तुति श्रद्दालुओं और दर्शकों को अपने मायापाश में बांधेगी। उन्होने बताया कि तुलसीघाट पर आयोजित देव दीपावली की तैयारियां जोरों पर है। राजू कुमार चित्रकार पटना (बिहार), राजेश कुमार मूर्तिकार वाराणसी ,अनिल कुमार चित्रकार बहरीन ,कैलाश कुमार विश्वकर्मा रीवा ( मध्य प्रदेश) देवेन्द्र पटेल, प्रवीण पटेल, किशन कुमार, (वाराणसी) सहयोगी शिल्पी दिवाकर, रामू ,योगेश कुमार सहित दर्जनों कलाकार अपनी साधना में जुटे हैं।
बता दें कि इसी तुलसी घाट पर पिछले साल की देव दीपावली ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी को समर्पित थी तो उससे पहले गोरखा रेजिमेंट को। गत वर्ष घाट पर गिरिजा देवी का विशालकाय आदमकद कटआउट लगाया गया था। वैसे ही उससे पहले यानी 2016 में गोरखा रेजिमेंट को लेकर तरह-तरह की पेंटिंग्स व कटआउट बनाए गए थे।
भारत में मैंडोलीन के जनक एवं साधक पं यू श्रीनिवासन
तुलसी घाट पर देव दीपावली की तैयारी
तुलसी घाट पर देव दीपावली की तैयारी में जुटे कलाकार
तुलसी घाट पर देव दीपावली की तैयारी में जुटे कलाकार

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