शिवपाल के उन जिलों और मंडलों का खास ध्यान रखा है जो या तो समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाते हैं या फिर वहां सपा की पकड़ मजबूत रही है। इस क्रम में सपा के सबसे मजबूत गढ़ आजमगढ़ में शिवपाल ने पूर्व सपा जिलाध्यक्ष राम दर्शन यादव को पूरे मंडल की जिम्मेदारी दे दी है। राम दर्शन जिला इकाई में रहे हैं और उनके जरिये वहां सपा में सेंध लगाना काफी आसान होगा। कहा जा रहा है कि रामदर्शन की संगठन में अच्छी खासी पकड़ भी है।
उधर इलाहाबाद में प्रकाश राय को शिवपाल ने यह जिम्मेदारी दी है। हालांकि यहां फूलपुर उपचुनाव में जीत के बाद अखिलेश की समाजवादी पार्टी मजबूत हुई है। पर प्रकाश राय के जरिये शिवपाल अपने करीबी रहे लोगों को तोड़ने की कोशिश करेंगे। गोरखपुर में शिवपाल ने एमपी यादव पर दांव लगाया है। इसी तरह से बस्ती मंडल में निषाद वोटों को साधते हुए बाबूराम निषाद को मंडल का प्रभारी बनाया है। अभी हाल ही में हुए गोरखपुर उपचुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने निषाद वोटों की मदद से जीत हासिल की है।
इसी तरह वाराणसी मंडल में देवेन्द्र सिंह को मंडल प्रभारी बनाया गया है। इस लिस्ट के आने के ठीक एक दिन पहले ही दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहीं रिबू श्रीवास्तव ने भी समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का दामन थाम लिया है। मिर्जापुर मंडल की जिम्मेदारी शिवपाल ने पूर्व सपा जिलाध्यक्ष जय सिंह को अपनी पार्टी का मंडल प्रभारी घोषित किया है। जिले में जय सिंह की गिनती जनाधार वाले कद्दावर जमीनी नेताओं में होती है। लालगंज ब्लॉक, छनावे ब्लाक और हलिया ब्लाक से लेकर सोनभद्र और भदोही में भी उनका बहुत असर माना जाता है।