इस मौके पर किसानों की बात करते हुए योगिराज और रामजनम ने कहा कि केवल किसानी की बात करने से किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। बुनकरों की बात रखते हुए मऊ के साथी अल्तमस अंसारी ने कहा कि बुनकर आत्महत्या करने को बाध्य है, उनके लिए कोई कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है।
मजदूरों के मुद्दों पर सीतापुर की राम बेटी ने कहा कि मजदूर ही देश का निर्माण करता है लेकिन आज वो सबसे ख़राब दौर से गुजर रहा है। उन्होंने मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा के रूप में राशन, पेंशन, निःशुल्क दवा, समान व निःशुल्क शिक्षा की मांग की। सम्मलेन के पहले सत्र का संचालन रंजू सिंह व अरविन्द मूर्ति ने किया ।
सम्मलेन के दूसरे व आखिरी सत्र में जन आंदोलनो का राष्ट्रीय समन्वय के राज्य व राष्ट्रीय समन्वयको का चुनाव राष्ट्रीय प्रतिनिधि सुनीति सु.र. व अरुंधति धुरु की उपस्थिति में किया गया। चुनाव में सर्व सहमति से राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में ऋचा सिंह व राजीव यादव का व राज्य समन्वयक के रूप में अरविंद मूर्ती व सुरेश राठौर तथा राज्य समन्वय समिति में सतीश सिंह, जागृति राही, अल्तमस भाई, प्रदीपशुक्ला, जैनब, रामबेटी, नकुल चुने गए।
सम्मलेन में प्रमुख रूप से ऋचा सिंह, वल्लभ पाण्डेय, नीति भाई, सुरेश राठौर, राजकुमार गुप्ता, शकिल अहमद, महेंद्र, नन्दलाल मास्टर, रेनू, अफरोज, जैनब, प्रियंका, प्रदीप, कन्हैया, एस.पी.राय.सूबेदार, जैशलाल, राजेश, झूला, रेखा, सुरेन्द्र, कविता, माला आदि लोग शामिल हुए । एनएपीएम वाराणसी के संयोजक सतीश सिंह ने आभार जताया।
सम्मलेन में प्रमुख रूप से ऋचा सिंह, वल्लभ पाण्डेय, नीति भाई, सुरेश राठौर, राजकुमार गुप्ता, शकिल अहमद, महेंद्र, नन्दलाल मास्टर, रेनू, अफरोज, जैनब, प्रियंका, प्रदीप, कन्हैया, एस.पी.राय.सूबेदार, जैशलाल, राजेश, झूला, रेखा, सुरेन्द्र, कविता, माला आदि लोग शामिल हुए । एनएपीएम वाराणसी के संयोजक सतीश सिंह ने आभार जताया।