एसएसपी आनंद कुलकर्णी के अनुसार हिन्दू कॉलेज के प्राचार्य देवेन्द्र नाथ सिंह के वाहन पर 25 अप्रैल को बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की थी। उस समय देवेन्द्र सिंह समझ नहीं पाये थे कि उनके उपर गोली चली है। इसके बाद प्राचार्य देवेन्द्र सिंह के पास 10 मई को एक फोन आता है जिसमे 24 लाख रुपये नहीं देने पर 24 घंटे में परिवार सहित हत्या करने की धमकी दी थी। प्राचार्य की शिकायत पर लंका पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू की थी। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि जिस नम्बर से धमकी दी गयी थी वह वेद प्रकाश यादव का नम्बर था। पुलिस ने जब वेद प्रकाश यादव से पूछताछ की तो पता चला कि उसका मोबाइल ९ मई की शाम को चोरी हुआ था और 10 मई को धमकी दी गयी थी। लॉज में रहने वाले अन्य लोगों से पूछताछ में विशाल सिंह उर्फ रिशू सिंह के बारे में जानकारी सामने आयी। पुलिस को पता चला कि वेद प्रकाश यादव के कमरे में 9 मई को विशाल सिंह अपने मामा के लड़के अमन सिंह से मिलने गया था। पुलिस ने जब विशाल सिंह के बारे में सूचना एकत्रित करना शुरू किया तो करणी महासचिव दिलीप सिंह उर्फ टिंकू का नाम सामने आया। दिलीप सिंह हिन्दू पीजी कॉलेज जमानिया में वर्ष 2017 में छात्रसंघ का चुनाव लड़ा था और 2018 में एक अन्य छात्र विकास राय को चुनाव लड़ाया भी था उसी समय प्राचार्य देवेन्द्र सिंह ने दोनों के खिलाफ आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा होने से नाराज चंदौली निवासी दिलीप सिंह अपने दोस्त कृष्णानंद सिंह निवासी जमानिया व चंदौली निवासी विशाल सिंह ने 25 अप्रैल 2019 को कंदवा के पास प्राचार्य पर फायरिंग की थी। लंका पुलिस ने तीनों बदमाशों को पकडऩे के लिए मुखबिरों का जाल बिछाया था और मुखबिर की सूचना पर सामने घाट से तीनों को पकड़ लिया गया। तीनों से हुई पूछताछ में बदमाशों ने स्वीकार किया कि उन्होंने तांत्रिक शमसेर सिंह की 13 मई को हत्या की थी। हत्या की मुख्य वजह तांत्रिका का दिलीप सिंह की प्रेमिका के आवास प पर जाना था। पुलिस ने बदमाशों के पास से मोबाइल फोन, दो कट्टा व हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद किया है।
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