ऑटो अपग्रेडेशन सिस्टम दरअसल आईआरसीटीसी ने एक नई योजना शुरू की है। वह भी केवल इस त्योहारी मौसम के लिए। इसके तहत पैसेजेंसर्स को बड़ी राहत मिल सकती है। योजना के तहत आईआरसीटीसी के जरिए बुक टिकट अब अपग्रेड हो जाएगा। यानी स्लीपर से एसी थ्री और एसी थ्री से एसी टू में कनवर्ट हो जाएगा टिकट। हां! यह जरूर है कि यह तभी संभव होगा जब ट्रेन में सीट खाली हो। हालांकि अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि पहले से बुक टिकट अचानक कई लोग कैंसिल करा देते हैं। ऐसे में यह कैंसिल टिकट नए यात्रियों के लिए सौगात साबित हो सकता है। इसके लिए अलग से टिकट लेने की जरूरत नहीं।
आईआरसीटीसी ने किया अपडेट इतना ही नहीं भीड़ को देखते हुए आईआरसीटीसी ने कई परिवर्तन किए हैं। इसके तहत ऐसे यात्री जो आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए टिकट ले लेते थे और चार्ट प्रिपेयर होने के बाद अगर बर्थ कंफर्म नही हुई तो टिकट स्वतः ही निरस्त हो जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब अगर ट्रेन में सीट उपलब्ध है तो पुराना टिकट ही अपग्रेड हो जाएगा। इसके अलावा आईआरसीटीसी ने भारी भीड़ के मद्देनजर कई लोगों से पास की सुविधा छीन ली है। इसमें फ्री पास होल्डर और सीनियर सिटिजन भी हैं जिनका टिकट अपग्रेड नहीं होगा।
क्या है अपग्रेडेशन सिस्टम
ऑनलाइन टिकट बुकिंग के वक्त आईआरसीटीसी यात्रियों को अपग्रेडेशन ऑप्सन दे रहा है। ऑटो अपग्रेडेशेन के तहत रेलवे पूरा किराया देने वाले वेटिंग टिकट को उच्च श्रेणी में खाली सीटों पर अपग्रेड कर देगा। इसके लिए यात्रियों से अतिरिक्त किराया भी नहीं लिया जाएगा। लेकिन इसके लिए यात्रियों को ध्यान रखना होगा कि टिकट बुकिंग के दौरान अपग्रेडेशन ऑप्शन को नकारे नहीं, क्योंकि एक बार नकारने की सूरत में टिकट ऑटो अपग्रेड नहीं होगा। सीट खाली होने के बाद भी यात्री को इस सुविधा से वंचित होना पड़ेगा।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग के वक्त आईआरसीटीसी यात्रियों को अपग्रेडेशन ऑप्सन दे रहा है। ऑटो अपग्रेडेशेन के तहत रेलवे पूरा किराया देने वाले वेटिंग टिकट को उच्च श्रेणी में खाली सीटों पर अपग्रेड कर देगा। इसके लिए यात्रियों से अतिरिक्त किराया भी नहीं लिया जाएगा। लेकिन इसके लिए यात्रियों को ध्यान रखना होगा कि टिकट बुकिंग के दौरान अपग्रेडेशन ऑप्शन को नकारे नहीं, क्योंकि एक बार नकारने की सूरत में टिकट ऑटो अपग्रेड नहीं होगा। सीट खाली होने के बाद भी यात्री को इस सुविधा से वंचित होना पड़ेगा।
ये है खास बातें
-चार्ट बनने के वक्त यात्री रिजर्वेशन सिस्टम के तहत टिकट अपग्रेडेशन स्वतः होता है
-इस योजना के तहत टिकट निरीक्षक किसी यात्री का क्लास अपग्रेड नहीं कर सकता
– सिर्फ वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट दिया जाएगा
-ट्रेन में किसी तरह का वेटिंग लिस्ट नहीं है तो किसी टिकट का अपग्रेडेशन नहीं होगा
-टिकट अपग्रेड होने के बाद भी पहले वाला ही पीएनआर नंबर कायम रहेगा
-चार्ट बनने के वक्त यात्री रिजर्वेशन सिस्टम के तहत टिकट अपग्रेडेशन स्वतः होता है
-इस योजना के तहत टिकट निरीक्षक किसी यात्री का क्लास अपग्रेड नहीं कर सकता
– सिर्फ वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को कंफर्म सीट दिया जाएगा
-ट्रेन में किसी तरह का वेटिंग लिस्ट नहीं है तो किसी टिकट का अपग्रेडेशन नहीं होगा
-टिकट अपग्रेड होने के बाद भी पहले वाला ही पीएनआर नंबर कायम रहेगा