यह भी पढ़ें:
पहले चरण के मतदान में UP में 60.59% वोटिंग, साल 2019 के मुकाबले 5.9% कम अयोध्या से आएगी जन्मभूमि की मिट्टी और सरयू का जल
इसके लिए विशेष तौर से एक ट्रॉली तैयार की गई है इस पर 25 फीट लंबे, 22 फीट ऊंचे और 15 फीट चौड़े मंदिर को सजाया जाएगा। इसमें बालक राम की प्रतिकृति वाली 14 इंच की प्रतिमा बैठाई जाएगी। रथ के लिए अयोध्या जन्मभूमि की मिट्टी और सरयू नदी का पवित्र जल भी मंगाया गया है। श्रीराम मंदिर का निर्माण आर्टिस्ट प्रखर दुबे कर रहे हैं। डमरूदल के 251 सदस्य मंदिर की परिक्रमा करेंगे।
40 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद
ध्वजा यात्रा में इस बार 40 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल होंगे और संकटमोचन हनुमान जी के चरणों में 11 हजार ध्वजा अर्पित करेंगे। विशेष रूप से तैयार 25 फीट की विशाल मुख्य ध्वजा भी अर्पित की जाएगी। इस यात्रा में राम दरबार, हनुमान जी, शिव पार्वती आदि देव विग्रहों की सजीव झांकियां शामिल रहेंगी। झांकी में शिव की नगरी काशी को मांस मदिरा मुक्त करने का आह्वान भी किया जाएगा। ध्वजा यात्रा 23 अप्रैल को सुबह सात बजे भिखारीपुर तिराहे से शुरू होगी और सुंदरपुर, लंका, रविदास गेट होते हुए श्री संकट मोचन मंदिर पहुंचेगी।