scriptकाशी का चुनावी रण और कयासों के बादल | Ground Report Of Varanasi Lok Sabha Constituency | Patrika News

काशी का चुनावी रण और कयासों के बादल

locationवाराणसीPublished: Apr 04, 2019 11:57:42 am

विपक्ष साझा उम्मीदवार की तलाश में तो 111 किसान लड़ेगे मोदी के खिलाफ चुनाव
भीम आर्मी के चंद्रशेखर पहले ही रोड-शो कर चुनाव लडऩे की कर चुके हैं घोषणा

काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाला मार्ग

काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाला मार्ग

अभिषेक श्रीवास्तव


वाराणसी. बनारस का साजन चौराहा। वाहनों की चिल्ल-पों के बीच सडक़ किनारे ठेले पर चाट खाते छात्र। पूछने पर काशी विद्यापीठ के अमन कहते हैं कि मोदी ने बनारस को बदलने की कहानी लिखी है, लेकिन उतना काम नहीं हुआ, जितनी उम्मीद थी। दरअसल, वाराणसी लोकसभा सीट और मोदी का चेहरा एक-दूसरे के इर्द-गिर्द घूमते हैं। पांच विधानसभा में से तीन कैण्ट, दक्षिणी और उत्तरी शहरी मतदाताओं से भरपूर हैं तो सेवापुरी और रोहनिया में ग्रामीणों का बोलबाला है। वर्तमान में पांचों विधानसभाओं पर भाजपा और उसके सहयोगी दल का कब्जा है। भाजपा के लिए उर्वरा साबित होने वाली यह सीट इस बार अपने आप में कई सवाल खड़ा कर रही है। कारण साफ है विपक्ष का हमलावर होना। साझे उम्मीदवार की जद्दोजहद में न तो कांग्रेस अपने पत्ते खोल रही है और न ही सपा-बसपा गठबंधन। ऐसे में मायावती के लिए यूपी में चुनौती बने चंद्रशेखर आजाद रोड-शो कर पहले ही अपनी दावेदारी जता चुके हैं और साफ कर चुके हैं कि वो हर हाल में मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
वाराणसी में गत दिनों हुआ भीम आर्मी के चंद्रशेखर का रोड-शो।
सुनील यादव IMAGE CREDIT: सुनील यादव/पत्रिका
विपक्ष के लिए साझा उम्मीदवार बड़ी चुनौती


वाराणसी लोकसभा सीट से विपक्ष के सामने सबसे महत्वपूर्ण चुनौती साझा उम्मीदवार खोजने की है। अगर चेहरों की बात करें तो अभी कोई भी ऐसा बड़ा चेहरा सामने नहीं आया है, जिसे सभी दल स्वीकार कर सकें। भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद यह मानकर चल रहे हैं कि उनके नाम पर कांग्रेस की हरी झंडी मिल जाएगी। लेकिन सबसे अहम यह कि मायावती उन्हें पहले ही भाजपा का एजेंट बता चुकी हैं। ऐसे में अखिलेश यादव भी मायावती के स्टैंड पर ही कायम रहेंगे और अगर कांग्रेस ने उन्हें उम्मीदवार बनाया भी तो विपक्ष के साझा उम्मीदवार का सपना टूट जाएगा। यहीं विपक्ष की मोदी को घेरने की रणनीति प्रारंभिक चरण में ही दम तोड़ देगी। इसलिए सभी दल ऐसी कोशिश में हैं कि किसी ऐसे राष्ट्रीय चेहरे को सामने लाया जाए जो मोदी के फेस को चुनौती दे सके और यह तलाश अभी जारी है।
कांग्रेस ले रही फीडबैक, प्रियंका को लड़ाएं या नहीं


उधर, प्रियंका गांधी पूर्वांचल की किसी सीट से चुनाव लडऩे का मन बना रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ सूत्रों की मानें तो पार्टी सोशल और जमीनी लेवल पर दो सीटों को सामने रखकर चल रही है। इसमें वाराणसी और फूलपुर शामिल हैं। स्थानीय लोगों से राय ली जा रही है कि अगर प्रियंका गांधी मोदी के सामने चुनाव लड़ती हैं तो कितना प्रभाव पड़ेगा। क्या वह मोदी को उनके ही गढ़ में घेरने में कामयाब होंगी। दरअसल, कांग्रेस रणनीतिकारों का मानना है कि अगर बनारस में मोदी को घेर लिया जाए तो मोदी कैबिनेट का ध्यान यहीं केंद्रित होकर रह जाएगा और दूसरी ओर राहुल गांधी आसानी से पूरे देश पर फोकस कर पाएंगे। लेकिन इस पर अंतिम फैसला प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को ही करना है।
वाराणसी का दशाश्वमेध घाट।
IMAGE CREDIT: सुनील यादव/पत्रिका
किसानों की अलग चुनौती, 111 किसान लड़ेंगे यहां चुनाव


मोदी के सामने सबसे बड़ी चुनौती किसान बन सकते हैं। दरअसल, वाराणसी लोकसभा क्षेत्र की दो सीटें सेवापुरी और रोहनिया किसानों की बेल्ट मानी जाती है। यहां पटेल जाति का दबदबा है और पिछले चुनाव में ये मोदी के साथ खड़े थे, हालांकि आप नेता अरविंद केजरीवाल के पक्ष में भी यहां मतदान हुआ था। इस बार तमिलनाडु के 111 किसानों ने वाराणसी से विरोध के रूप में चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। तमिलनाडु में किसानों के नेता पी.अय्याकन्नू ने पिछले दिनों यह ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि बीजेपी से कहा जा सके कि वह अपने घोषणा पत्र में इस बात को शामिल करे कि फसल उत्पादों के लिए मुनाफे वाली कीमत सहित किसानों की अन्य मांगे पूरी की जाएंगी। अगर ऐसा होता है तो इसका कुछ हद तक प्रभाव चुनाव पर पड़ेगा।
तो बैलेट पेपर से होगा मतदान

आयोग के नियमानुसार ६४ से अधिक प्रत्याशी होने पर बैलेट पेपर का प्रयोग करना होगा। अबतक के जो समीकरण बन रहे हैं उसके अनुसार १११ किसान और विभिन्न दलों के प्रत्याशी चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं। अगर ऐसा होता है तो आयोग को बनारस में बैलेट पेपर से मतदान कराना पड़ेगा।
प्रमुख मुद्दे
1-ट्रैफिक
2-पेयजल
3-काशी विश्वनाथ कॉरीडोर
4-सडक़ों की दुर्दशा और शहर की खुदाई
5-गंगा और वरुणा की दयनीय स्थिति

वाराणसी में कुल मतदाताः
30 जनवरी 2019 तक वाराणसी संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता-17,96931

(नोट अभी मतदाता बनाने का काम जारी है)

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