आराजी लाईन क्षेत्र के हरपुर ग्राम सभा स्थित भैरव तालाब शनिवार को देव दीपावली पर 2100 दीपों से जगमगा उठा। श्रद्धालुओं में दीये जलाने का उल्लास ऐसा कि मानों अंधेरा मिटाने की होड़ लग गई हो। एक के बाद एक हाथ से दीये जगमग करने की श्रृंखला ऐसी बनीं कि चंद मिनट में विशाल सरोवर व उसके आसपास की धरा दियों की लौ से जगमगा उठी। ऐसा लगा मानों तारे जमीं पर उतर आए हों। पौराणिक तालाब पर देर शाम दीपदान किया गया। युवा संगठन के संयोजन में आयोजित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने 21000 दीपों को एक साथ प्रज्जवलित कर दीपदान किया। दरअसल भारतीय परंपरा के तहत कार्तिक पूर्णिमा को देवताओं की दीपावली होती है। इसलिए एक साथ दीप प्रज्जवलित कर दीपदान किए जाने से देवता प्रसन्न रहते है।
राजघाट पर विदेशी पर्यटकों का कमिश्नर ने किया पारम्परिक स्वागत
उधर काशी में गंगा के अर्द्धचन्द्राकार घाटों पर कार्तिक मास की पूर्णिमा के मौके पर मनाई जाने वाली देव दीपावली के अवसर पर जगमगातें लाखों-लाख दीप गंगा की घारा में इठलाते-बहते दीप अलौकिक दृश्य की सृष्टि करते है। इस अदभुत नजारे को आंखों में समा लेने के लिए लाखो देशी-विदेशी पर्यटक घाटों पर उमड़े। मान्यता है कि देव दीपावली के दिन देवलोक धरती पर उतर आता है और समस्त देवता मिलकर भगवान शंकर की महाआरती करते है। इस अप्रतीम, अदभुत व अविस्मरणीय देव दीपावली ऐसी कि जिसका अवलोकन करने के लिए विदेशी सैलानी भी बंधे चले आते है। इस अदभुत सुखद की अनुभूति को जीवन्त बनाने तथा प्रदेश एवं मंडल में पर्यटन को बढावा देने के उद्देश्य से कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण द्वारा शनिवार को देव दीपावली के अवसर पर काशी के राजघाट पर विदेशी पर्यटकों-ग्रीस, पोलैण्ड, फ्रान्स एवं अमेरिका आदि विभिन्न देशों के कुल लगभग 36 विदेशी पर्यटकों का रोरी तिलक लगाकर मार्ल्यापण तथा अंगवस्त्रम प्रदान कर पारम्परिक स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर0के0 भारद्वाज एवं संयुक्त निदेशक पर्यटन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।