गर्मी के बाद अब बरसात का मौसम भी बीत गया। लेकिन जिले की सफाई की जो स्थिति है उसका परिणाम आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है। लगभग पूरा जिला डेंगू की गिरफ्त में आ गया है। मच्छरों का प्रकोर हर गली, हर मोहल्ले और पुरवे में है पर न नगर निगम को इससे कोई सरोकार न जिला पंचायत को। अगर कहें कि शहर हो या जिला दोनों ही प्रशासन इस तरफ से आंखें मूद चुका है। न शहर में कहीं फागिंग हो रही न गांवों में। ऐसे में लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। मौत हो रही है। जिला प्रशासन की आंख खोलने के लिए इससे ज्यादा क्या हो सकता है कि एसएसपी के पेशकार ही डेंगू की चपेट में आए और उनकी मौत तक हो गई। फिर भी प्रशासन इससे बेखबर है।