सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले ही कयास लग रहे थे कि राजा भैया जाकर मिल सकते हैं। इसको लेकर सभी दलों की निगाहे भी लगी थी। राजा भैया की अलग पार्टी बनाने के बाद से उन्होंने बीजेपी से खास दूरी बनायी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ व राजा भैया के करीबी संबंधों को देखते हुए माना जा रहा था कि क्षत्रिय बाहुबली जाकर मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं। प्रतापगढ़ पहुंचने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सीधे कैबिनेट मंत्री मोती सिंह के आवास पर गये थे और पर कैबिनेट मंत्री के परिवार को सांत्वना देने के बाद वापस लौट आये। इस दौरान राजा भैया वहां पर नहीं गये और सीएम योगी आदित्यनाथ से भेंट करने भी नहीं पहुंचे। राजा भैया के इस कदम से भी हैरान हो गये। राजा भैया ने दिखा दिया कि अब उनकी राह अलग हो गयी है और वह अपने पार्टी को खड़ा करने में जुटे हैं।
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राजा भैया कहते हैं सीएम योगी आदित्यनाथ को महाराज जी
सीएम योगी आदित्यनाथ व राजा भैया का संबंध किसी से छिपा नहीं है। सार्वजनिक मंच पर राजा भैया ने सीएम योगी आदित्यनाथ को महाराज जी कह कर संबोधित किया था। यूपी राज्यसभा चुनाव में राजा भैया पर बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने का आरोप लगा था। इस बात को लेकर अखिलेश यादव ने राजा भैया से नाराजगी जतायी थी और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सार्वजनिक बयान दिया था। मुलायम सिंह यादव राजनाथ सिंह के करीबी माने जाने वाले राजा भैया के बीजेपी में शामिल होने की अटकले लग रही थी लेकिन राजा भैया ने सभी अटकलों को विराम देते हुए शिवपाल यादव की तरह अपनी नयी पार्टी बनायी। लखनऊ में राजा भैया ने भीड़ जुटा कर दिखा दिया था कि कुंडा विधायक की यूपी की राजनीति में कितनी हनक है। फिलहाल राजा भैया व सीएम योगी में भेंट नहीं होने से सारे कयासों पर विराम लग गया।
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सीएम योगी आदित्यनाथ व राजा भैया का संबंध किसी से छिपा नहीं है। सार्वजनिक मंच पर राजा भैया ने सीएम योगी आदित्यनाथ को महाराज जी कह कर संबोधित किया था। यूपी राज्यसभा चुनाव में राजा भैया पर बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने का आरोप लगा था। इस बात को लेकर अखिलेश यादव ने राजा भैया से नाराजगी जतायी थी और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सार्वजनिक बयान दिया था। मुलायम सिंह यादव राजनाथ सिंह के करीबी माने जाने वाले राजा भैया के बीजेपी में शामिल होने की अटकले लग रही थी लेकिन राजा भैया ने सभी अटकलों को विराम देते हुए शिवपाल यादव की तरह अपनी नयी पार्टी बनायी। लखनऊ में राजा भैया ने भीड़ जुटा कर दिखा दिया था कि कुंडा विधायक की यूपी की राजनीति में कितनी हनक है। फिलहाल राजा भैया व सीएम योगी में भेंट नहीं होने से सारे कयासों पर विराम लग गया।
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