इससे पहले विश्वनाथ मंदिर परिसर में कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने प्रेजेंटेशन दिया। कमिश्नर ने विश्वनाथ कॉरिडोर के एक-एक बिंदु को स्पष्ट किया। बताया कि किस तरह से कहां क्या बनाया जाना है ताकि दर्शनार्थियों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। इस दौरान पर मुख्य सचिव विश्वनाथ कॉरिडोर के नक्शे को गंभीरता से समझते रहे।
बता दें कि यह कॉरिडोर पीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसे लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ भी बेहद संजीदा हैं। दो दिन पहले ही बनारस दौरे पर आए सीएम ने विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र का निरीक्षण कर कार्य में तेजी लाने की हिदायत दी थी।
यह दीगर है कि मंदिर के गेट नंबर-4 छत्ता द्वार को छोड़ शेष अन्य मार्गों को बंद किए जाने को लेकर इलाकाई लोग पिछले 9 दिन से धरने पर हैं। खास तौर पर विश्वनाथ गली व्यापार मंडल के व्यापारी। वो गेट नंबर-1 ढुंढिराज गणेश मार्ग को बंद करने का विरोध कर रहे हैं। उनके धरना-प्रदर्शऩ के बीच ही एक रात उनकी दुकानों के शटर तोड़ दिए गए। इसकी शिकायत 100 नंबर पर करने पर पहुंची पुलिस को मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने अंदर घुसने ही नहीं दिया। इसके बाद व्यापारियों ने उनकी दुकानों के शटर तोड़े जाने के मामले में मंदिर प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए थे।