आईएमएस के बायोकेमेस्ट्री विभाग के प्रो. डी. दाश की देखरेख में बीते चार साल से चल रहे शोध के बाद यह सफलता हाथ लगी है। चूहों पर सफल प्रयोग के बाद दवा के इंसान पर प्रयोग की तैयारी चली रही है। अरुंधति तिवारी, नितेश सिंह, दीपा गौतम, विजय सोनकर तथा डॉ. विकास अग्रवाल का यह शोध यह शोध अप्रैल 2019 में अंतर्राष्ट्रीय जनरल “हीमेटोलॉजिका जनरर्ल्स” में प्रकाशित हो चुका है।
ये भी पढें- कैंसर रोगियों के लिए बड़ी खुशखबरी, BHU ने खोजी सटीक दवा! इन युवा वैज्ञानिकों ने ऐसी दवाई बनाने में कामयाबी हांसिल की है, जिससे हार्ट अटैक तथा ब्रेन स्ट्रोक की संभावना टाली जा सकती है। साथ ही जिन्हें हर्ट अटैक या ब्रेन स्ट्रोक का एक दौरा पड़ चुका हो उनके लिए भी यह दवा कारगर है। दरअसल यह दवा प्लेटलेट्स के आपस में जुड़ने तथा रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया रोककर अटैक से बचाती है। यह मधुमेह व रक्तचाप के रोगियों के लिए भी कारगर है।
इस तरह से काम करती है दवा
दरअसल यह एक फार्मूला है जिससे रक्त में मिलने वाले प्लेटलेट्स की सक्रियता को रोका जा सकता है। शोध से जुड़े एसोसिएट प्रो परेश कुलकर्णी का कहना है कि प्लेटलेट्स की सक्रियता के चलते धमनियों में रक्त का थक्का जम जाता है जिससे दौरा पड़ता है। प्रो कुलकर्णी का दावा है कि यह दवा प्लेटलेट्स को सक्रिय नहीं होने देगी जिससे अटैक की संभावना टल जाएगी।
ये भी पढें- कहीं आपका निकलता पेट कैंसर की निशानी तो नहीं, तेजी से फैल रहा खतरनाक लीवर सिरोसिस हर्ट अटैक तथा ब्रेन स्ट्रोक की तीन अलग-अलग दवाआईएमएस बीएचयू के बॉयो केमिस्ट्री के वैज्ञानिकों ने हर्ट अटैक तथा ब्रेन स्ट्रोक की तीन अलग-अलग दवा का फार्मूला तैयार करने में बड़ीकामयाबी पाई है। इसके तहत तीन तरह की दवाओं के बनाने का दावा किया जा रहा है।
ये भी पढें-फिल्मी सितारों जैसी मुस्कान, पाना हुआ आसान, BHU ने ईजाद की सर्जरी की नई तकनीक ये हैं दवाएं -डायक्लोरो एसीरेट -डी हाइड्रो एपीएंड्रो स्टेरोन -डाइअराइल सलफोनमाइड ये तीनों ही दवाएं किसी भी प्रकार से उत्पन्न हुई प्लेटलेट्स की सक्रियता को रोक कर हार्ट अटैक तथा ब्रेन स्ट्रोक पर अंकुश लगाती है। यही खासियत इसे मौजूदा अन्य दवाओं से अलग करती है।
“मौजूदा दवा कुछ खास परिस्थतियों से उत्पन्न अटैक को ही ठीक कर सकती हैं। यह दवा किसी भी प्रकार से हुए अटैक को रोक और ठीक कर सकती है। इसपर आगे और परीक्षण कर रहे हैं।”-प्रो. डी. दाश, अध्यक्ष,बायोकेमेस्ट्री, आईएमएस, बीएचयू