गाजीपुर के औड़िहार के रहने वाले अमित वर्मा के पापा का सपना था कि वह जज बनें, मगर अमित का मन इस ओर नहीं लगता था । 2004 में अमित ने पिता का सपना पूरा करने के लिये इलाहाबाद में लॉ में एडमिशन लिया, मगर उसकी पढ़ाई अधूरी रह गई । बाद में अमित ने 2012 में वेस्ट बंगाल का PCS-J क्लियर किया, जिसमें 14 वीं रैकिंग तक पाने वालों का सेलेक्शन हुआ, जबकि अमित की रैंकिंग 18वीं थी। 2011 में अमित के पिता की कैंसर से मौत हो गई।
सिलीगुड़ी से लॉ की डिग्री के बाद अमित वर्मा ने 2015 में बीएचयू से एलएलएम किया। पिता के सपनों को पूरा करने के लिये अमित ने मेहनत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 13 अक्टूबर 2017 को सिविल जज इंट्रेस परीक्षा का जब रिजल्ट आया तो अमित की रैकिंग 152वीं थी ।
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