8 साल से चल रहा था नाजायज संबंध पत्नी का विगत 8 वर्षों से अपने प्रेमी के साथ नाजायज संबंध था। शराब के पैसे के लिए मृतक पति रोज झगड़ा करता था जबकि उसकी पत्नी गांव में नर्स का काम करती थी। रोज रोज के लड़ाई झगड़ा के कारण पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया। जिसके बाद दोनों ने मिलकर मृतक को शराब पिलाने के बाद उसकी हत्या कर दी। उसके बाद अपने बच्चों को लेकर वापस लखनऊ चली गई। जहां उसने लखनऊ के इटौंजा थाने में चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन पुलिस की जांच में उल्टा वादी स्वयं गिरफ्त में आ गई और पुलिस ने आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
घर के पीछे मिला था शव घटना अजगैन थाना क्षेत्र के गांव नवई आट का है। उक्त गांव निवासी जय सिंह पुत्र योगेंद्र सिंह का शव विगत 20 सितंबर को घर के समीप खेत में मिला था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची अजगैन थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। इधर जय सिंह की पत्नी रश्मि सिंह निवासी ग्राम टिकरी थाना इटौजा जनपद लखनऊ में पति की हत्या का मुकदमा दर्ज कराते हुए अजगैन थाना क्षेत्र के गांव नवई आट निवासी बाबू गौतम पुत्र अज्ञात, महेश, मिथलेश, सोनू पुत्रगण बाबू गौतम को नामजद किया था। पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने बताया कि मामला संदिग्ध मानते हुए उन्होंने क्षेत्राधिकारी पूरवा को मामले का खुलासा करने के लिए कहा। सुरागकसी और सर्विलांस के माध्यम से जांच करने पर मामले का खुलासा हुआ।
सहमें बच्चों ने पुलिस की पूछताछ में सुनाई पूरी कहानी उन्होंने बताया कि रश्मि सिंह अपने बच्चों से पुलिस को मिलने नहीं दे रही थी और बच्चे भी अपनी मां के सामने सहमे सहमे दिखाई पड़ते थे। इस पर पुलिस ने मृतक के 12 वर्षीय बेटे से बातचीत की। उसके बाद मामले का खुलासा हुआ। मृतक के 12 वर्षीय बेटे ने बताया कि उसकी मां ने घर आने वाले गुड्डू उर्फ राम बाबू पुत्र फूल चंद निवासी नवई आट थाना अजगैन के साथ मिलकर पिता की हत्या की है। पहले दोनों ने मिलकर उसके पिता को शराब पिलाई। उसके बाद मुंह दबाकर उसे बेहोश कर दिया।
पत्नी ने मुंह दबाया प्रेमी ने पेट में की घूसों की वर्षा इसके बाद गुड्डू ने पेट में घूसों से काफी बार मारा और उसके सर को लोहे की चारपाई में पटक दिया। जिससे जय सिंह की मौत हो गई। मृतक के बेटे ने बताया कि पुआ चुपचाप आंख बंद कर पिता की हत्या का घटनाक्रम देख रहा था। जिसने पुलिस को घटना के विषय में पूरी जानकारी दी। वादी के द्वारा घटना को अंजाम देने के मामले का खुलासा करने पर पुलिस अधीक्षक हरीश कुमार ने खुलासा करने वाली टीम की पीठ थपथपाई और ₹5000 से पुरस्कृत करने की घोषणा की। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अजगैन अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक वीरपाल सिंह, उप निरीक्षक राजीव कुमार, कांस्टेबल सुभाष सिंह, विपिन कुमार, छोटेलाल भार्गव, उमेश कुमार, महिला कांस्टेबल पुष्पा, अंजू यादव आदि शामिल थे।