गंगा के किनारे ही जीवन की यात्रा समाप्त होती है -अनिल राजभर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि विगत 9 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालिदास मार्ग से नमामि गंगे जागृति यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। तब से लगातार यह यात्रा विभिन्न पड़ाव से होते हुए उन्नाव पहुंची है। इसके पूर्व यह यात्रा बिजनौर से होते हुए कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर यात्रा कर चुकी है। उन्होंने कहा कि गंगा को किसी धर्म जात से बांधकर नहीं देखा जा सकता है। परंतु जीवन यात्रा गंगा से शुरु होकर और गंगा के किनारे ही खत्म होती है। भगवान विष्णु के चरणों में स्थान पाने वाली गंगा शिव की जटाओं से होते हुए धरती पर 60 हजार पुत्रों का उद्धार करने के लिए आई थी। परंतु आज यह सवा सौ करोड़ भारतवासियों का उद्धार कर रही है। इस मौके पर उन्होंने होमगार्ड के जवानों की पीठ थपथपाते हुए उन्होंने कहा कि कम संसाधनों से जिस प्रकार होमगार्ड के जवानों ने इतना बड़ा काम किया है वह काबिले तारीफ है। इसके लिए जवानों के लिए जो कुछ करना पड़ेगा उसे अवश्य करेंगे। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे जागृति यात्रा आगामी 6 सितंबर को बलिया में समाप्त होगी।