एक ही चीज ₹10 में खरीदी जाती है इस मौके पर प्रेम सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सीएमओ बिना रिश्वत के कोई भी कार्य नहीं करते हैं। उन्होंने सीएमओ को भ्रष्ट अधिकारियों में से एक बताया। प्रेम सिंह का कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टरों से भी नौकरी न करने के नाम पर पैसे की वसूली करते हैं और इन डॉक्टरों से माहवारी लेते हैं। यही कारण है कि आए दिन पीएचसी के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर नहीं मिलते हैं। पहले डॉक्टरों के अनुपस्थित रहने पर वेतन रोका जाता है और फिर वेतन देने के लिए वसूली की जाती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में होने वाली खरीदारी में जमकर कमीशन का खेल चल रहा है। एक रुपए की चीज ₹10 में खरीदी जा रही है। इसके अतिरिक्त प्रेम सिंह ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर चारित्रिक आरोप भी लगाया है। उनका कहना है कि शराब के साथ अन्य चीजों की भी मांग होती है। उन्होंने कहा कि यदि 2 दिन के अंदर सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो लिपिक वर्ग के सारे कर्मचारी सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष उमा निवास बाजपेई नीरज निगम मोहम्मद एजाज सुबोध त्रिपाठी सहित अन्य कर्मचारी नेता मौजूद थे।