गणपति बप्पा मोर्या से गूंजा शहर
उमरियाPublished: Sep 24, 2018 05:37:45 pm
विशाल भंडारे के साथ किया गणेश विसर्जन
गणपति बप्पा मोर्या से गूंजा शहर
उमरिया/करकेली. जिलेभर में गणेश विसर्जन का उत्सव मनाया गया। शहर में ढोल नगाड़ो के बीच भक्तों नाचते गाते बप्पा मोरइया के जयकारों के साथ भगवान श्रीगणेश जी की प्रतिमा पूरे विधि विधान के साथ उमरार नदी व तालाबों में विसर्जित किया गया। यह उत्सव देररात्रि तक चला। वहीं समितियों द्वारा धार्मिक आयोजन भी कराये गये। नदी टोला शिव मंदिर में विराजमान भगवान श्रीगणेश जी की प्रतिमा का विधि विधान से पूजा पाठ कर शनिवार को हवन व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। रविवार को प्रतिमा का विसर्जन गाजे बाजे के साथ किया गया। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहें। कार्यक्रम में मुख्य रुप से अशोक तिवारी, आनंद तिवारी, प्रभात तिवारी, अपूर्व, अंश, अनिकेत, विनोद, हप्पी, अंकुश व लकी तिवारी की भूमिका रही। पंडित का काम लकी तिवारी ने विधि विधान से करवाया।
घुनघुटी. पिछले 10 दिनों से घर- घर में विराजे गणपति को रविवार को बैंड बाजे के साथ भाव भानी विदाई दी गई। एक सप्तांह तक गांव की हर गली मुहल्ले एवं चौराहों पर गणेश उत्सव की धूम रही। विसर्जन से 1 दिन पहले ही गणेश उत्साव समितियों ने तैयारी पूरी कर ली थी। अनंत चतुर्दशी पर घुनघुटी गांव की अलग अलग पंडालों में विधि.विधान से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद गणेशजी का विसर्जन किया गया है। इस दौरान बच्चे बूढ़े और जवानों में खासा उत्साह देखा गया। इसके साथ ही महिलाओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में राजू खांडे, राम सिंह ,ऋतुराज ,आकाश सूर्या, अभिषेक, सोनू, मोनू ,कुंजीलाल विश्वकर्मा , बजरंगी, गब्बर, राम चरण, अभय राज आदि शामिल रहे।
धार्मिक अनुष्ठान के साथ हुआ प्रतिभागियों का सम्मान
बिरसिंहपुर पाली. नगर के एमपीईबी पहुंच मार्ग में स्थित पीपल गणेशोत्सव समिति के द्वारा गणपति उत्सव के पावन पर्व पर विविध धार्मिक अनुष्ठान किये गए। इस दौरान समिति के द्वारा विशेष हवन पूजन आरती कर बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए सांस्कृतिक आयोजन किये गए। जिसमे नगर के छोटे बच्चों सहित नव युवको और बच्चियों ने आकर्षक प्रस्तुति दी। जिसमे आयोजन समिति के द्वारा चयनित प्रतिभागियों को पुरुस्कार प्रदान किया गया। पीपल गणेशोत्सव समिति के द्वारा सम्मान समारोह में प्रदीप त्रिपाठी, हेमन्त तिवारी, राजकुमार गौतम, सरताज खान, तपस गुप्ता शामिल रहे। गणपति जी के मूर्ति स्थापना से लेकर विसर्जन अवसर तक पीपल गणेशोत्सव में नगर के नवयुवको व्यापारियों प्रबुद्ध नगरवासियों का बड़ा योगदान रहता है। जिसमे सभी के द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के लिए विचार विमर्श कर मार्ग प्रशस्त किया जाता है। इन्ही कारणों से यहां के सभी धार्मिक आयोजन सफल माने जाते है।