गर्मी के अनुकूल होते हैं यह पौधे
आमतौर पर प्लांटेशन का समय मानसून की शुरुआत में माना जाता है, लेकिन बदलते वक्त के साथ इसमें भी बदलाव होने लगा है। आजकल हर सीजन में पौधे लगाए जाते हैं, बस जरूरत होती है तो सीजन के हिसाब से उनकी देखभाल की। गर्मी के सीजन में लोटस वाटर लिली, रजनीगंधा, मोगरा, गेंदा, कॉसमॉस, गुलदावरी, जीनिया, सनफ्लावर, ग्लेडियस, पोरचुरा, कैक्टस, चंपा, नीलकंठ, अडेनियम, विंकारोजिया, कोचिया, गेफ्रीना, फ्लाक्सो, पंसी, अजेलिया, जमेलिया, एन्थेरियम आदि पौधे लगाए जाते हैं। ये पौधे गर्मी में पनपते हैं। सजावटी दिखने वाले ये पौधे सुंदर फूल तो देते ही हैं, साथ ही इनसे घर में शीतलता भी रहती है।
ऐसे करें पौधों की देखभाल
ग्रीन नर्सरी के संचालक भागीरथ सोलंकी बताते हैं कि गर्मी के मौसम में पानी की कमी होने से पेड़ पौधों की खुराक पर असर पड़ता है। ऐसे में सुबह-शाम पौधों को पानी जरूर देना चाहिए। बेहतर होगा कि पहले से पौधों को भरपूर पानी देते रहे। ऐसा करने से पौधे हमेशा खिले-खिले रहेंगे। सुबह के समय पौधों के पत्तों पर पानी नहीं डालना चाहिए। इससे वे मुरझा सकते हैं। पौधों में गोबर की खाद और जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए। साथ ही धूप से बचाने के लिए पौधों को ग्रीन मेट से कवर करना चाहिए। इसके अलावा पौधों की नियमित कटाई और छंटाई करना आवश्यक है। ऐसा करने से पौधे जल्दी बढ़ते हैं। सोलंकी के अनुसार अभी सजावटी के साथ ही हवा को शुद्ध करने वाले पौधों की डिमांड अधिक है। लोग आकर्षक फूल के साथ हरियाली बढ़ाने वाले पौधे खरीद रहे हैं।
यह कहते हैं पौधा प्रेमी
मुझे पौधे लगाना बहुत अच्छा लगता है। कई सालों से मैं घर में गमलों में पौधे लगाती हूं। गर्मी में गर्मी में पेड़ पौधों पर खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है इसलिए प्लांट का विशेष ध्यान रखते हैं। इसके लिए सुबह और शाम पानी देने के अलावा समय-समय पर खाद भी देती हूूं।
लोपा मुद्रा, ऋषिनगर
हमारे घर में गमलों में कई तरह के पौधे हैं। उनमें रोजाना पानी देते हैं। साथ ही धूप से बचाने के लिए पौधों के ऊपर ग्रीन मेट भी लगाई है। नियमित रूप से पौधों की छंटाई भी करते हैं। घर के आंगन में पौधे होते हैं इनसे ठंडक बनी रहती है, साथ ही सकारात्मता भी आती है।
रामचंद्र चौधरी, वसंत विहार