लोकतंत्र हमें प्रभावी वातावरण देता है
लोकतंत्र, हमारे अधिकारों के संरक्षण और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान करता है। यह कहना है फ्रीगंज में मैचिंग हाऊस शॉप संचालक राहुल अग्रवाल का। उन्होंने कहा कि भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र राष्ट्र बनकर उभरा। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ, तब से हमारा देश लोकतांत्रिक और गणराज्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर गणतंत्र दिवस के रूप में मान्यता दी गई।
संविधान ने भारत के लोकतंत्र को शक्ति दी
कृषि सेवा केंद्र के संचालक फ्रीगंज निवासी विकास कुशवाह ने कहा संविधान ने भारत के नागरिकों को अपनी सरकार चुनने की शक्ति दी और लोकतंत्र का मार्ग प्रशस्त किया। लोकतंत्र एक ऐसी सड़क के समान है, जो नागरिक, समाजिक और राजनीतिक वर्ग के बीच निरंतर संवाद सेतु बनाती है। इस संवाद का राजनीतिक निर्णयों पर वास्तविक प्रभाव भी होना चाहिए।
लोकतंत्र के बिना मानवाधिकारों की रक्षा नहीं
मक्सी रोड स्थित विद्युत ऑफिस के सामने गुलमर्ग ड्रायक्लिनर्स के संचालक फारुख अहमद खान का कहना है कि राजनीतिक भागीदारी, नागरिकता और सामाजिक संवाद सुशासन की बहुत अच्छी नींव प्रदान करते हैं। लोकतंत्र तकनीकी रूप से हर प्रकार की आजादी हमें देता है। लोकतंत्र के बिना मानवाधिकारों की रक्षा नहीं हो सकती। लोकतंत्र के कारण आज जो महिलाओं को आजादी मिली है, उसके कारण वह दुनिया के हर क्षेत्र में अपना वजूद कायम रख पा रही हैं।