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इंटरनेशनल डेमोके्रसी डे : सतत विकास और मानव अधिकारों की बुनियादी इमारत है लोकतंत्र

locationउज्जैनPublished: Sep 14, 2019 10:45:37 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

Ujjain News: लोगों को हर प्रकार की आजादी मिलना ही लोकतंत्र का दूसरा नाम है

Getting freedom is another name for democracy

Ujjain News: लोगों को हर प्रकार की आजादी मिलना ही लोकतंत्र का दूसरा नाम है

उज्जैन. लोकतंत्र यानि हर प्रकार की आजादी से है। यह विचारों की अभिव्यक्ति के साथ ही लोगों को धार्मिक समावेश, समान उपचार और भागीदारी पर बनाया गया है और यह शांति, सतत विकास और मानव अधिकारों के लिए एक बुनियादी इमारत है। मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा, जिसमें कहा गया है कि लोगों की इच्छा सरकार के अधिकार का आधार होगी। इंटरनेशनल डेमोक्रेसी डे पर पत्रिका ने की शहरवासियों से चर्चा।

लोकतंत्र हमें प्रभावी वातावरण देता है

लोकतंत्र, हमारे अधिकारों के संरक्षण और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्राकृतिक वातावरण प्रदान करता है। यह कहना है फ्रीगंज में मैचिंग हाऊस शॉप संचालक राहुल अग्रवाल का। उन्होंने कहा कि भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र राष्ट्र बनकर उभरा। 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू हुआ, तब से हमारा देश लोकतांत्रिक और गणराज्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद 26 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर गणतंत्र दिवस के रूप में मान्यता दी गई।

संविधान ने भारत के लोकतंत्र को शक्ति दी

कृषि सेवा केंद्र के संचालक फ्रीगंज निवासी विकास कुशवाह ने कहा संविधान ने भारत के नागरिकों को अपनी सरकार चुनने की शक्ति दी और लोकतंत्र का मार्ग प्रशस्त किया। लोकतंत्र एक ऐसी सड़क के समान है, जो नागरिक, समाजिक और राजनीतिक वर्ग के बीच निरंतर संवाद सेतु बनाती है। इस संवाद का राजनीतिक निर्णयों पर वास्तविक प्रभाव भी होना चाहिए।

लोकतंत्र के बिना मानवाधिकारों की रक्षा नहीं

मक्सी रोड स्थित विद्युत ऑफिस के सामने गुलमर्ग ड्रायक्लिनर्स के संचालक फारुख अहमद खान का कहना है कि राजनीतिक भागीदारी, नागरिकता और सामाजिक संवाद सुशासन की बहुत अच्छी नींव प्रदान करते हैं। लोकतंत्र तकनीकी रूप से हर प्रकार की आजादी हमें देता है। लोकतंत्र के बिना मानवाधिकारों की रक्षा नहीं हो सकती। लोकतंत्र के कारण आज जो महिलाओं को आजादी मिली है, उसके कारण वह दुनिया के हर क्षेत्र में अपना वजूद कायम रख पा रही हैं।

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