सामाजिक एकता मुख्य लक्ष्य
अभा ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित ब्राह्मण महाकुंभ के संबंध में अभा ब्राह्मण समाज के महामंत्री और महाकुंभ के संयोजक रामेश्वर दुबे, अभा ब्राह्मण समाज सुरेंद्र चतुर्वेदी और आयोजक रवि शुक्ला, मार्गदर्शक रमेशचंद्र पंड्या ने बताया कि आयोजन को मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण समाज के धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक और आर्थिक उत्थान हितों की रक्षा कर समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का है। महाकुंभ सामाजिक एकता के नजरिए से आयोजित किया गया है। इसमें संभाग, प्रदेश और देश के अन्य राज्यों से भी प्रतिनिधि आएंगे। राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर समाज का नेतृत्व करने वाले पदाधिकारी भी शामिल होंगे। पूर्व और वर्तमान आइएएस व आइपीएस भी आमंत्रित किए गए हैं। महाकुंभ में महिलाओं और युवाओं की भागीदारी भी रहेगी। इस मौके पर समाज के उत्थान, विकास और भविष्य के लक्ष्यों को लेकर मंथन होगा। ब्राह्मण महाकुंभ में सभी लोग सपरिवार शामिल होंगे।
इन पर विचार, प्रस्ताव
-जातिगत आरक्षण के स्थान पर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया लाए।
– पदोन्नति में आरक्षण खत्म हो।
– एट्रोसिटी एक्ट में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन किया जाए।
– व्यावसायिक परीक्षाओं में अन्य प्रतिभागियों और ब्राह्मण प्रतिभागियों का शुल्क,यात्रा सुविधा समान हो।
– मप्र में अन्य राज्यों की तरह ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए।
– मंदिरों का सरकारीकरण समाप्त किया जाए।
– ब्राह्मण,पुजारी,तीर्थ पुरोहितों के परपंरागत कार्य,पूजन-पाठ में सरकारी हस्तक्षेप बंद किया जाए।
– मंदिरों-मठों की भूमि नीलामी को बंद किया जाए।
पहली बार वेदिक बैंड की प्रस्तुति
अभा ब्राह्मण समाज के महामंत्री और महाकुंभ के संयोजक दुबे, अभा ब्राह्मण समाज चतुर्वेदी ने बताया कि ब्राह्मण महाकुंभ का शुभारंभ प्रात: 11 बजे होगा। इसमें पहली बार आरएसएस के घोष और बोहरा, जैन समाज के बैंड की तरह वेदिक बैंड की प्रस्तुति होगी। स्थानीय प्रतिभाओं की ओर से धार्मिक,सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। महाकुंभ में कांताचार्य महाराज, संत कमलकिशोर नागर, स्वामी रंगनाथाचार्य, अतुलेशानंद सरस्वती, शैलेषानंद गिरि, किंकर नामानन्द महाराज का सान्निध्य मिलेगा।