आकर्षण का केंद्र 22 हाथियों के शीश का सिंहासन
इस गणेशोत्सव के लिए बंगाल से आए कलाकारों ने 22 हाथियों के शीश का सिंहासन वाली अद्भुत प्रतिमा का निर्माण यहां उज्जैन में किया है। कलाकार शुभेंद्रु पाल ने बताया कि प्रतिमा की खासियत यह है कि इसमें करीब 22 हाथियों के सिर जोड़े गए हैं। उसके ऊपर बप्पा को विराजमान किया गया है।
3 से 35 हजार तक है कीमत
बंगाली कलाकारों द्वारा तैयार की जा रही इन प्रतिमाओं की कीमत 3 हजार से लेकर 35 हजार तक है। इनमें नटराज स्वरूप, बाहूबली-2, वाल्मीकि शिक्षा, सम्राट विक्रमादित्य, शिवलिंग पूजा आदि प्रतिमाएं शामिल हैं। कलाकार दिन-रात एक कर इन प्रतिमाओं को आकृति प्रदान कर रहे हैं।
गंगा नदी की मिट्टी मंगवाई
हुकुमचंद दास, मानस गिरि सहित अन्य कलाकारों का कहना है कि प्रतिमाओं को गढऩे के बाद उनमें शाइनिंग लाने के लिए खास तौर पर गंगा नदी की मिट्टी का उपयोग करते हैं। इसके लिए ट्रांसपोर्ट द्वारा हरिद्वार व अन्य स्थानों से गंगा की मिट्टी मंगवाई है।
त्योहार पर महंगाई की मार
इस बार गणेशोत्सव के त्योहार पर महंगाई की मार भारी पड़ सकती है। बारिश नहीं होने से फूलों की आवक कम होने से एक हार करीब 20 से 25 रुपए का बिक रहा है। वहीं पूजन की अन्य सामग्रियां जैसे नारियल, केले, सेवफल, मिठाई आदि भी महंगी हैं।