यह घटना उज्जैन शहर के पिपलीनाका क्षेत्र स्थित महावीर नगर की है। जहां सराफा स्थित नृसिंह मंदिर के पुजारी देवकरण ने गोली मारकर खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहली पुजारी ने अपनी पत्नी अंतिमबाला की हत्या की। दरअसल, दोनों पति-पत्नी घर के दूसरी मंजिल स्थित अपने कमरे में थे। दोपहर करीब 3 बजे लोगों को अचानक उनके कमरे से गोली चलने की आवाज सुनाई दी।
देवकरण के पिता रमेशचंद्र व्यास उसकी कमरे की तरफ दौड़े तो बेटा-बहू खून से लथपथ बेड पर पड़े हुए थे। दोनों की कनपटी से खून निकल रही थी और पास में एक देसी पिस्टल पड़ा हुआ था। उसके बाद वे वही बदहवास बैठ गए। फिर अन्य परिजन पहुंचे तो घर में चीख-पुकार मच गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की तलाशी तो वहां से तीन पेज का एक सुसाइड नोट मिला है। जीवाजीगंज के टीआई रविंद्र सिंह ने कहा कि पति देवकरण ने पत्नी को गोली मारी और फिर खुद को गोली मार ली। सुसाइड नोट की जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार दोनों की शादी 2017 में हुई थी। अभी दोनों के बच्चे भी नहीं है। वहीं, जांच में प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि खुदकुशी से पहले कोई संघर्ष दोनों के बीच नहीं हुआ था। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दोनों ने आपसी सहमति से ही यह कदम उठाया होगा। पुलिस को मिले सुसाइड नोट में दो लड़कियों का जिक्र है। जो उन्हें ब्लैकमेल कर रही थीं।
हालांकि दोनों लड़कियां कौन हैं, पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है। वहीं, पुलिस के सामने यह सवाल भी है कि पुजारी ने पिस्टल कहां से लाया। साथ ही पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कमरे में तीन बुलेट मिले हैं, लेकिन खोखे दो ही मिले। ऐसे में यह भी बात सामने आ रही है कि पुजारी ने खुदकुशी से पहले पिस्टल चलाने का ट्रायल भी किया। जांच के लिए पुलिस ने कमरे को सील कर दिया।