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इस स्टेशन पर 17 टिकट खिड़की, लेकिन दिन में सिर्फ 6 चालू

locationउज्जैनPublished: Jul 09, 2018 11:09:16 am

Submitted by:

Lalit Saxena

कई के बंद रहने के कारण टिकट लेने के लिए यात्रियों को करना पड़ती है मशक्कत, दिन में भी सिर्फ ०६ खिड़की ही रहती है चालू

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कई के बंद रहने के कारण टिकट लेने के लिए यात्रियों को करना पड़ती है मशक्कत, दिन में भी सिर्फ ०६ खिड़की ही रहती है चालू

उज्जैन. धार्मिक नगरी व रतलाम मंडल के प्रमुख उज्जैन स्टेशन पर इन दिनों यात्रियों को साधारण टिकट लेेने के मशक्कत करना पड़ रही है। कई बार तो टिकट के चक्कर में ट्रेन छूट जाती है। टिकट खिड़की कम होने से यह अव्यवस्था हो रही है। हालांकि स्टेशन पर कुल 17 टिकट खिड़की हैं, लेकिन दिन में ६ व रात में महज २ ही खिड़की खुली रहती हैं। जिस कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है, जबकि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन देश के विभिन्न प्रांतों से बड़ी संख्या में यात्री आते हैं। रेलवे को उज्जैन से प्रतिदिन लाखों रु का राजस्व भी मिलता है, लेकिन उसके बावजूद भी रेलवे प्रबंधन द्वारा यात्रियों की समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
निकल जाती है ट्रेन
उज्जैन स्टेशन से प्रतिदिन लगभग 15 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। रेलवे द्वारा स्टेशन के दोनों ओर १७ टिकट खिड़की बनाई गई है, जिसमें ९ खिड़की प्लेटफॉर्म नं 1 पर मुख्य द्वारा के समीप है, प्लेटफॉर्म नं 1 पर ही पार्सल गोदाम के पास 4 तथा प्लेटफॉर्म नं 8 पर लोति स्कूल क्षेत्र में 4 खिड़की हैं, लेकिन दिनभर महज ६ खिड़की इनमें मुख्य द्वार के समीप की 4, अन्य दो स्थान की 1-1 खिड़की खुली रहती हैं। शाम ७ बजे बाद तो मुख्य द्वार की भी 3 खिड़की बंद हो जाती है और महज 1 ही खिड़की से टिकट दिया जाता है। रात 9 बजे बाद पार्सल गोदाम के पास 1 खिड़की से भी टिकट देना बंद कर दिया जाता है। इस तरह रात के समय में महज 2 ही टिकट खिड़की चालू रहती है। जिस पर यात्रियों का दबाव अधिक रहता है। कई बार टिकट के चक्कर में यात्रियों की ट्रेन निकल जाती है और विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है। ऐसा अक्सर होता रहता है।
सिंहस्थ में मिली थी सौगात
सिंहस्थ के समय वर्ष 2016 में रेलवे ने प्लेटफॉर्म नं 1 पर पार्सल गोदाम के पास यात्रियों की सुविधा के लिए 4 अतिरिक्त टिकट खिड़की शुरू की थी। सिंहस्थ के समय चारों खुली रहती थी, लेकिन सिंहस्थ के बाद से ही 2 खिड़की बंद कर दी गई। अब महज 1 ही टिकट खिड़की प्रारंभ है। रात के समय में यात्री इन टिकट खिड़की के भरोसे स्टेशन पर आ जाते हैं, लेकिन बंद होने से इन को 300 मीटर दूर मुख्य द्वार पर जाना पड़ता है। इस टिकट खिड़की पर इंदौर गेट, महाकाल क्षेत्र, बेगमपुरा, बुधवारिया, गदापुलिया आदि क्षेत्र के यात्री टिकट लेते हैं।

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