बसंत पट्टी करेड़ा गाजीपुर निवासी सोनी (27) का विवाह आठ साल पहले रामराज पासवान के साथ हुआ था। मजदूरी के लिए उदयपुर आने के दौरान पति उसे साथ यहां ले आया। दोनों यहां पानेरियों की मादड़ी में किराए पर रह रहे थे। रामराज पासवान ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उसके कोई संतान नहीं है, इसको लेकर पत्नी काफी तनाव में थी। मंगलवार को दोनों में गांव जाने की बात को लेकर बहस हुई। रामराज नेे अपने ससुराल में फोन कर अपनी पत्नी केे भाई की पत्नी रिसु को बताया, तो उसने सोनी को समझाया। मंगलवार सुबह पति काम पर चला गया। वह घर लौटा तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। आवाज लगाने पर भी जब सोनी बाहर नहीं आई तो खिडक़ी से झांककर देखा तो वह फंदे पर लटक रही थी। रामराज ने जैसे-तैसे दरवाजा खोलकर पत्नी को नीचे उतरा। सांस चलने की उम्मीद में वह उसे समीप ही निजी चिकित्सालय लेकर पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
READ MORE : उदयपुर के इस बैंक से 6 मिनट में 3 आरोपियों ने पार किए इतने लाख रुपए
पुलिस को बिना बताए ले गए शव
सोनी की मौत के बाद पति ने इसकी जानकारी सलज (पत्नी के भाई की पत्नी) को दी। उसके कहने पर ही वह शव को लेकर गांव के लिए रवाना हो गया। रात 10 बजे के करीब वह कोटा पहुंचा तो मधुसूदन का कॉल आया। उसने कहा कि शव इतना दूर नहीं लाकर वहीं दाहसंस्कार करें। इस पर पति व रिश्तेदार एम्बुलेंस को घूमाकर वापस उदयपुर ले लाए। रात 3 बजे उन्होंने हिरणमगरी थाना पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने रात को शव एमबी चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवाया। अपराह्न में मेडिकल ज्यूरिष्ठ डॉ.विश्व दीपक, डॉ. रीना मित्तल व डॉ.बियांग एस.आर. की बोर्ड टीम ने मृतका का पोस्टमार्टम किया
पुलिस को बिना बताए ले गए शव
सोनी की मौत के बाद पति ने इसकी जानकारी सलज (पत्नी के भाई की पत्नी) को दी। उसके कहने पर ही वह शव को लेकर गांव के लिए रवाना हो गया। रात 10 बजे के करीब वह कोटा पहुंचा तो मधुसूदन का कॉल आया। उसने कहा कि शव इतना दूर नहीं लाकर वहीं दाहसंस्कार करें। इस पर पति व रिश्तेदार एम्बुलेंस को घूमाकर वापस उदयपुर ले लाए। रात 3 बजे उन्होंने हिरणमगरी थाना पुलिस को पूरी जानकारी दी। पुलिस ने रात को शव एमबी चिकित्सालय के मुर्दाघर में रखवाया। अपराह्न में मेडिकल ज्यूरिष्ठ डॉ.विश्व दीपक, डॉ. रीना मित्तल व डॉ.बियांग एस.आर. की बोर्ड टीम ने मृतका का पोस्टमार्टम किया