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जिसे पैंथर समझ रहे थे, वह निकला जरख

locationउदयपुरPublished: Jul 23, 2019 02:47:27 am

Submitted by:

Manish Kumar Joshi

hyna rescue : भींडर क्षेत्र में आवरीमाता मन्दिर के निकट खेतों में कुछ दिनों से घूम रहे वन्य जीव को ग्रामीण पैंथर समझ कर डर रहे थे, वह वाकई में जरख था। करीब सात घंटे मशक्कत के बाद उसे पकड़ जा सका

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जिसे पैंथर समझ रहे थे, वह निकला जरख

भीण्डर (Bhinder) . मदनपुरा रोड पर आवरीमाता मन्दिर के निकट एक खेत के पास पुलिया के नीचे पैंथर (panther) होने की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंचे। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो उसने इस पैंथर नहीं बल्कि जरख (hyna) बताया। करीब सात घंटे की मशक्कत के बाद जरख को पकड़ कर पिंजरे में बंद किया गया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी सोमेश्वर त्रिवेदी ने बताया कि रविवार दोपहर करीब सूचना मिली कि मदनपुरा रोड पर बरसाती नाले की पुलिया के नीचे जंगली जानवर बैठा हुआ है। जब टीम मौके पर पहुंची तो उसे पता चला कि जिसे ग्रामीण पैंथर समझ रहे थे, वह तो जरख है। इसे पकडऩे के लिए पिंजरा मंगवाया गया। करीब 7 घंटे के बाद जरख पिंजरे की तरफ आया लेकिन वह तीन बार पिंजरे में आकर वापस पुलिया में चला गया। बाद में वन विभाग की टीम ने उसे पुलिया से बाहर निकालने के लिए पटाखे छोड़े गए। देर रात्रि जरख पिंजरे की तरफ आया और टीम दरवाजा बंद कर दिया। बाद में वन विभाग की टीम पिंजरे को लेकर भीण्डर रेलवे स्टेशन स्थित वन विभाग कार्यालय पहुंची तो जरख को देखने के लिए वहां भी सैकड़ों लोग जमा हो गए। वन अधिकारी ने बताया कि जरख का प्राथमिक उपचार कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
तीन दिन से खेतों में घूम रहा था जरख
ग्रामीणों ने बताया कि तीन दिन से यह जरख मदनपुरा क्षेत्र में खेतों में घूम रहा था। इससे लोगों में दहशत फैली हुई थी।

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