उदयपुर में 3.33 प्रतिशत मतदान गिरा, अब कई तरह के लगाए जा रहे कयास
शुक्रवार को हुए लोकसभा चुनाव में इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो ये मतदान प्रतिशत 69.99 प्रतिशत था। लेकिन 2024 में मतदान प्रतिशत में 3.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज गई।
उदयपुर. शुक्रवार को हुए लोकसभा चुनाव में इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो ये मतदान प्रतिशत 69.99 प्रतिशत था। लेकिन 2024 में मतदान प्रतिशत में 3.33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज गई। यानी की उदयपुर लोकसभा क्षेत्र में 66.66 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। जिले में लोकसभा चुनावों को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से खूब प्रचार-प्रसार किया गया, लेकिन इसके बावजूद बीते चुनाव का आंकड़ा भी नहीं छूट सके। इधर मतदान प्रतिशत में गिरावट को लेकर सियासी पंडितों की धड़कनें भी तेज हो गई है। प्रतिशत में गिरावट आने पर अब गुणा-भाग भी शुरू कर दिया गया है। इसको लेकर राजनीतिक दल भी तरह-तरह के कयास लगाने में जुट गए हैं। वहीं नेताओं के समर्थक इसको लेकर पूछताछ कर अपनी जिज्ञासाएं शांत करने में लगे हुए हैं। कई मतदान प्रतिशत गिरने से आश्वस्त है तो कई नेता चिंतित भी नजर आ रहे हैं।
कहीं चार तो कहीं तीन पीढ़ी एक साथ पहुंची वोट डालने
लोकतंत्र के इस महायज्ञ में आहुति देने कई पीढ़ीयां एक साथ मतदान केन्द्र पर नजर आई। उदयपुर शहर विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 138 पर चार पीढ़ियों ने एक साथ मतदान किया। बीएलओ अनिल महावर ने बताया कि हरिश्चंद्र सोलंकी व्हीलचेयर पर बैठकर वोट देने पहुंचे। उनके साथ उनके पुत्र रामचंद्र भी थे। रामचंद्र के पुत्र रमेश सोलंकी एवं रमेश सोलंकी के पुत्र मनीष ने भी उनके साथ मतदान किया। इस तरह चार पीढ़ियों ने एक साथ मतदान किया। स्वीप प्रकोष्ठ प्रभारी जिला परिषद सीईओ कीर्ति राठौड़ ने स्वयं मतदान केंद्र पर पहुंचकर इन चारों पीढ़ी के मतदाताओं की हौसला अफजाई की। इसी प्रकार परिवार की तीन पीढियों ने पांच सदस्यों ने एक साथ मतदान किया। हिरण मगरी सेक्टर 4 बीएसएनएल के सामने स्थित मतदान केन्द्र पर टैगोर नगर निवासी पुष्करलाल शर्मा ने पुत्र विजय प्रकाश विप्लवी, पुत्रवधु लक्ष्मी शर्मा, पौत्र अभिषेक व पौत्रवधुरक्षिता के साथ मतदान किया। वहीं जीजीएस स्कूल में चार पीढ़ियों ने एक साथ वोट डाला। इसमें दैत्य नगरी सहेली मार्ग निवासी परदादी शांता परिहार, दादी लीना परिहार, मां रानी परिहार, चाची भगवती परिहार और पड़पोती विधि परिहार ने अपना फर्ज निभाया। इसी मतदान केन्द्र पर दादा महेंद्र सिंह परिहार, पिता गजेंद्र सिंह और पुत्र आदित्य अभिराज सिंह ने भी एक साथ मतदान किया।