शाम साढे़ चार बजे सिटी पैलेस के माणक चौक में धर्मसभा के सदस्यों व पुरोहित की उपस्थिति में विधि-विधान व मंत्रोचार के साथ होलिका रोपण हुआ। इधर बड़ी होली चौक में विधिविधान व मंत्रोच्चार के साथ होलिका रोपण किया गया। होली पर होलिका व भक्त प्रहलाद के पुतले लगाए गए। होलिका रोपण के बाद से मंदिरों में बुधवार से फागोत्सव धूम बढ़ जाएगी। मंदिरों में ठाकुरजी के सम्मुख फाग के गीत गाये जाएंगे एवं अबीर-गुलाल उडाई जाएगी। दूसरी ओर शहर एवं गांवों में फल्गुन और होली के गीतों की बयार शुरू हो जाएगी।
एक माह बाद फाल्गुनी पूर्णिमा पर होलिका दहन होगा पं. दामोदर दिवाकर ने बताया कि फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से पूर्णमासी तक होलाष्टक के दौरान विवाह, शुभ कार्य आदि वर्जित रहेंगे।