खुलासे के बाद राजस्थान पत्रिका मामले की तह में गई तो पता चला कि बायोमेट्रिक हाजिरी व्यवस्था होने के बावजूद कुछ कर्मियों के फिंगर प्रिंट रीड नहीं होने के बहाने से कार्ड बना रखे हैं। इन कार्ड को जमादारों ने अपने पास रख रखा है जिसे वे स्वयं स्कैन कर संबंधित से मंथली बंधी ले रहे हैं। खबर प्रकाशन के बाद सुबह महापौर चन्द्रसिंह कोठारी स्वास्थ्य अधिकारी नरेन्द्र श्रीमाली, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश चित्तौड़ा व टीम के साथ भट्टियानी चौहटा पहुंचे।
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एवजी महिला मिल गई दौरे के दौरान टीम को आशापाल की गली में रानी नाम की एवजी सफाईकर्मी मिली। पूछताछ में वह एक बार हड़बड़ा गई। उसने बताया कि सुबह के समय वह रईसा नाम की महिला सफाईकर्मी के एवज में काम करने के लिए वार्ड में आती है। करीब तीन से चार घंटे काम के बदले रईसा उसे तीन हजार रुपए माहवार दे रही है। महापौर ने हाथोंहाथ स्थायी सफाईकर्मी रईसा की अनुपस्थिति दर्ज करने के साथ ही कार्रवाई के आदेश दिए। महापौर ने एसीबी को भी मामले में कार्रवाई के लिए कहा है।
एवजी महिला मिल गई दौरे के दौरान टीम को आशापाल की गली में रानी नाम की एवजी सफाईकर्मी मिली। पूछताछ में वह एक बार हड़बड़ा गई। उसने बताया कि सुबह के समय वह रईसा नाम की महिला सफाईकर्मी के एवज में काम करने के लिए वार्ड में आती है। करीब तीन से चार घंटे काम के बदले रईसा उसे तीन हजार रुपए माहवार दे रही है। महापौर ने हाथोंहाथ स्थायी सफाईकर्मी रईसा की अनुपस्थिति दर्ज करने के साथ ही कार्रवाई के आदेश दिए। महापौर ने एसीबी को भी मामले में कार्रवाई के लिए कहा है।